आगरा : देश में लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ रही है. दिल्ली, एनसीआर, लखनऊ, जयपुर, ग्वालियर के साथ ही तमाम शहरों से पर्यटक हर दिन आगरा और मथुरा आते हैं. जिनमें से तमाम पर्यटक अपने इलेक्ट्रिक वाहनों से आते हैं. वैसे ही यूपी के शहरों में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ रही है.
आगरा की बात करें तो शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ी है. इसलिए, शहर में इलेक्ट्र्रिक वाहनों की चार्जिंग के प्वॉइंट्स भी होने चाहिए. जिससे शहर के लोगों के साथ ही आने वाले पर्यटकों के इलेक्ट्रिक वाहन की चार्जिंग की व्यवस्था की जा सके. आगरा और मथुरा आने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग में कोई दिक्कत नहीं आए इसके लिए अब आगरा कैंट स्टेशन, आगरा दिल्ली हाईवे के साथ ही मथुरा कैंट स्टेशन पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे.
एक नजर में समझें |
- 25 हजार पैसेंजर्स प्रतिदिन आगरा कैंट से करते हैं सफर. |
- 22 हजार पैसेंजर्स प्रतिदिन मथुरा से करते हैं सफर. |
- 24 घंटे मिलेगी व्हीकल को चार्ज करने की फैसिलिटी. |
- 30.80 लाख रुपए का होगा रेलवे को रेवेन्यू का फायदा. |
- 29000 से अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल की संख्या शहर में है. |
बता दें कि, आगरा और मथुरा में तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में इजाफा हो रहा है. आगरा और मथुरा की बात करें तो यहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बस से लेकर इलेक्ट्रिक कार, टू-व्हीलर भी फर्राटा भरकर दौड़ रहे हैं. जितनी तेजी से आगरा में इलेक्ट्रिक व्हीकल की संख्या में इजाफा हुआ है उसके मुकाबले इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की चार्जिंग की व्यवस्था नहीं है. आगरा की बात करें तो शहर में 29000 से अधिक इलेक्ट्रिक व्हीकल हैं. ऐसे में कैंट स्टेशन और मथुरा जंक्शन पर इलेक्ट्रिक वाहन की चार्जिंग के लिए प्वॉइंट्स होने से इलेक्ट्रिक व्हीकल मालिकों को सहूलियत मिलेगी.
हाईवे पर भी बनेंगे चार्जिंग स्टेशन : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) मथुरा खंड की ओर से टोल फ्री नंबर में चार्जिंग प्वाइंट्स की भी शिकायतें मिल रही हैं. इस बारे में दो से तीन निजी कंपनियों से बात चल रही है. एनएचएआई की ओर से हाईवे के किनारे भूमि चिह्नित की जा रही है. जल्द अनुबंध होने पर ये इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन बन सकेंगे. इसके साथ ही पेट्रोल पंपों में भी चार्जिंग प्वाइंट्स बनाने पर विचार चल रहा है. जहां पर निर्धारित शुल्क अदा कर इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज किए जा सकेंगे.
आगरा रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमित आनन्द ने बताया कि, आगरा कैंट और मथुरा जंक्शन पर जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने की सुविधा मिलेगी. ये चार्जिंग प्वॉइंट्स 24 घंटे 365 दिन काम करेंगे. जिससे ई–मोबिलिटी को भी बढ़ावा मिलेगा. आगरा और मथुरा कैंट स्टेशन पर लोग रात में भी अपनी गाड़ी की चार्जिंग करवा सकेंगे. ये रेलवे की इनकम की नई पहल है. जिसमें ई-नीलामी से इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग के लिए अनुबंध प्रदान किया गया है. आगरा कैंट स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन से प्रति वर्ष रेलवे को लगभग 30.80 लाख रुपये राजस्व प्राप्त होगा. इसके साथ ही मथुरा जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन से हर साल रेलवे को 6.51 लाख की कमाई होगी.
आगरा में 100 इलेक्ट्रिक बस भी : आगरा की बात करें तो शहर में 100 इलेक्ट्रिक बस भी दौड़ रहीं हैं, जो शहर के विभिन्न रूट पर दौड़ती हैं. एमजी रोड पर तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का ये एकमात्र साधन ही इलेक्ट्रिक बसें हैं. इनके लिए सिर्फ एक चार्जिंग स्टेशन है, जो नाराइच में बना हुआ है. आगे आने वाले दिनों में आगरा में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ सकती है.
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