झांसी: देशभर के कई सांसदों ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत कई गांवों का विकास करने के लिए 2019 में उन्हें गोद लिया था. इसी क्रम में झांसी के ललितपुर सांसद अनुराग शर्मा ने भी झांसी के बबीना विकासखंड के एक सरवां गांव की सूरत बदलने के लिए गोद लिया था. जब ईटीवी भारत की टीम इस गांव में पहुंची. ETV भारत ने ग्रामीओं से यहां के विकास कार्यों का जायजा लिया और ग्रामीणों से बात कर समस्याएं जानीं. बातचीत में ग्रामीणों ने विकास कार्यों की पोल खोल दी.
ETV भारत की टीम झांसी जिले में स्थानीय भाजपा सांसद अनुराग शर्मा के द्वारा गोद लिए गए गांव बबीना विकासखंड के सरवां गांव पहुंची. यहां भारत सरकार के द्वारा चलाई जा रही ऐसी कोई योजना नहीं थी, जिसका लाभ ग्रामीणों को ढंग से मिला हो, लेकिन गांव के दीवारों पर लिखी योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों का मजाक उड़ाती जरूर दिखाई दी. यहां की सड़कों में भरा कीचड़ हर दिन ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बनता हैं. वहीं, बबीना ब्लॉक के लिए प्रदेश के सीएम घर जल योजना का शिलान्यास कर चुके है,लेकिन अभी तक इसका लाभ किसी को नहीं मिला है.
वहीं, गांव के एक युवा पृथ्वीराज चौहान ने कहा कि वह पहली बार इस लोकसभा चुनाव में वोट डालेगा. इस गांव में स्थानीय सांसद कभी नहीं आए. गांव के सड़कों में गड्ढे हो चुके हैं. यहां सरकारी योजनाओं का लाभ किसी को नहीं मिला, जिसको सरकारी योजना का लाभ मिला वह तो प्रधान के खास थे या फिर झांसी में उनके अच्छे ताल्लुकात थे.
बातचीत के दौरान सरवां गांव के महिला-पुरुषों ने कहा कि उसको राशन मिलने के अलावा अभी तक सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला. वह कई बार आवासीय योजना के फार्म भर चुके है, लेकिन आज भी आवास न मिलने से झोपड़ी में रहने को मजबूर है.
गांव की ही 80 वर्षीय धनकु ने बताया की इतनी उम्र होने के बाद भी उनको वृद्धा पेंशन का लाभ नहीं मिला. फार्म भी भरे फिर भी पेंशन नहीं मिली. उन्होंने कहा कि यहां कोई बीमार हो जाए, तो इलाज के लिए यहां छोटा अस्पताल बना है, लेकिन उसमें भी डॉक्टर नहीं है और हालत खराब है. इसलिए गांव के सभी को इलाज के लिए बबीना या झांसी जाना पड़ता है.
गांव की 70 वर्षीय महिला लड़कू ने कहा की वह चाहती हैं कि यहां का विकास हो. उन्होंने कहा कि वह यहां के सांसद को नहीं जानती, क्योंकि सांसद कभी गांव में आए ही नहीं हैं. बारिश और ओला से फसलों को काफी नुकसान हुआ, लेकिन अभी ग्रामीणों को सरकार की तरफ से मुआवजा नहीं मिला. इसलिए सीधे पीएम मोदी जी से उम्मीद रखती है. अगर उनकी बात उन तक पहुंचती है, तो सांसद के दर्शन भी हो जाएंगे और विकास भी उनके गांव तक पहुंचेगा.
बता दें कि यहां के गांव की हालत ऐसी है कि सड़क है या नाली इसमें अंतर करना मुश्किल है. गांव के कई अलग-अलग हिस्सों में अलग ग्रामीणों से बात करने पर हर तरफ समस्याओं की ही बात सामने आई. सांसद अनुराग शर्मा का झांसी के इस सरवां गांव को गोद लेने का जो मकसद था, वो किसी भी तरह पूरा होते ही नहीं दिखाई देता.
ये भी पढ़ें: सांसद आदर्श गांव के विकास की ग्रामीणों ने खोली पोल, सांसद को बताया झूठा
ये भी पढ़ें: 26 जनवरी 2020 तक कासगंज के 20 गांव घोषित किये जाएंगे आदर्श गांव