पटना: बिहार आर्थिक अपराध इकाई की टीम पटना पहुंची. इस दौरान EOU ने अपने डॉग स्क्वायड के साथ कोतवाली थाना क्षेत्र के जीपीओ गोलंबर स्थित प्रधान डाकघर के पार्सल की जांच की है. बताया गया कि मादक पदार्थों की जांच के लिए टीम पहुंची थी, लेकिन कुछ भी बरामद नहीं हुआ है. अचानक ईओयू के पहुंचने से अफरा-तफरी का माहौल हो गया.
नारकोटिक्स से जुड़े मामले को लेकर छापेमारी: EOU के एसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम पटना पहुंची है. मिली जानकारी के अनुसार, ये मामला नारकोटिक्स विभाग की अन्य शहरों में हुई छापेमारी से जुड़ा है. इससे पहले केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग ने दिल्ली, पुणे, महाराष्ट्र में एक साथ 5 जगहों पर कार्रवाई की थी. जहां से पार्सल से 3276 करोड़ रुपए की 1688 किलो मादक पदार्थों की बरामदगी हुई थी.
देशभर में चला छापेमारी अभियान: इसी को लेकर पूरे भारत में जगह-जगह तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. वहीं पकड़े गए ड्रग्स के मामले में पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, ड्रग्स को पार्सल के माध्यम से एक राज्य से दूसरे राज्य भेजा जाता था. इसी लिंक से पटना में छापेमारी की गई.
छापेमारी टीम में शामिल लोग: छापेमारी टीम में पटना के जीपीओ स्थित प्रधान डाक विभाग कार्यालय में आर्थिक अपराध इकाई के एसपी राजेश कुमार, डीएसपी वीर धीरेंद्र, डीएसपी स्वाति कृष्णा दलबल के साथ डॉग स्क्वायड की टीम लेकर पहुंचे और तलाशी की. इस मामले में कोतवाली थाने की पुलिस भी पटना जीपीओ पहुंची. हालांकि कुछ बरामद नहीं हुआ.
EOU के SP का बयान: आर्थिक अपराध इकाई के एसपी राजेश कुमार ने बताया कि 'पुणे, दिल्ली जैसी जगहों पर पार्सल में मिले मादक पदार्थ की सूचना के बाद बिहार में भी सभी जगह पर यह चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. पटना जीपीओ स्थित पार्सल घर में भी चेकिंग की गई, इस कड़ी में कुछ दिन पहले पटना जंक्शन के पार्सल घर में तलाशी ली गई थी. इसी तरह से जो भी कूरियर कंपनियां हैं, उसकी भी तलाशी ली जाएगी.'
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