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'संजीय मुखिया ने ही वायरल किया था पर्चा' सिपाही भर्ती पेपर लीक कांड पर EOU की चार्जशीट में कई बड़े खुलासे - Constable Recruitment Exam 2023

Sipahi Bharti Paper Leak : 1 अक्टूबर 2023 को हुई सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक केस में ईओयू ने बड़ा खुलासा किया है. ईओयू ने पेपर लीक गिरोह का सरगना नालंदा के संजीव मुखिया को बताया है साथ ही इसमें शामिल साजिशकर्ताओं का नाम भी आरोप पत्र में दायर किया है. ईओयू ने खुलासा करते हुए बड़ी लापरवाही की ओर भी इशारा किया है-

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सिपाही भर्ती पेपर लीक के आरोपियों पर आरोप पत्र दायर (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 23, 2024, 5:08 PM IST

Updated : Aug 23, 2024, 5:21 PM IST

पटना : सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने चार्ट शीट दायर कर दिया है. ईओयू ने पेपर लीक गिरोह के सरगना नालंदा के संजीव मुखिया को मास्टरमाइंड बताया है. वहीं उसके के बेटे डॉक्टर शिव कुमार, डॉ शिव के मुख्य सहयोगी अश्विनी रंजन उर्फ सोनू, विक्की कुमार, अभिषेक के अलावा प्रिंटिंग प्रेस के मालिक और साजिश में शामिल प्रेस के कर्मियों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया है.

सिपाही भर्ती में ईओयू को मिली गड़बड़ी : दरअसल, 1 अक्टूबर 2023 को आयोजित हुई इस परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. सोशल मीडिया पर परीक्षा से पूर्व ही प्रश्न पत्र उपलब्ध हो गए थे. इसके बाद परीक्षा को कैंसिल करना पड़ा था. इस पेपर लीक मामले की अनुसंधान ईओयू कर रही है. अनुसंधान के क्रम में ईओयू को बड़ी गड़बड़ी मिली. अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि प्रश्न पत्र की प्रिंटिंग और पैकिंग का काम जिस कंपनी को दिया गया था, उसका रजिस्टर्ड कार्यालय मात्र एक कमरे में चल रहा था.

''कंपनी के द्वारा प्रश्न पत्र की छपाई का काम अवैध तरीके से किसी अन्य कंपनी के माध्यम से कराया जा रहा था. इसके अलावा यह भी बात सामने आई की प्रश्न पत्र ट्रांसपोर्ट करने वाली गाड़ियां कोषागार में जाने के क्रम में कई जगह रुकते हुए पहुंची थी.''- आर्थिक अपराध इकाई, बिहार

चार्जशीट में मुख्य आरोपी संजीव मुखिया : ईओयू के अनुसंधान में यह भी निकाल कर सामने आया कि पटना वेयरहाउस के जिस लॉजिस्टिक कंपनी के वाहनों को प्रश्न पत्र पहुंचने के लिए मोतिहारी भेजा गया था, उस कंपनी के दोनों मुंशी भी सिपाही भर्ती के अभ्यर्थी थे. मोतिहारी ले जाने वाली गाड़ी पटना वेयरहाउस से प्रश्न पत्र लेकर जब निकली तो लगभग 6 घंटे अन्यत्र जगह पर रुकी रही.

''अनुसंधान में यह पता चला कि संजीव मुखिया और उसका बेटा डॉक्टर शिव के सदस्यों द्वारा इस 6 घंटे में गाड़ी के बॉक्स से लिफाफा खोलकर प्रश्न पत्र लीक कर लिए गए. इस मामले में कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरोह का सरगना संजीव मुखिया को बताया गया है और उसकी तलाश जारी है.''- आर्थिक अपराध इकाई, बिहार

संजीव मुखिया पर कई पेपर लीक कराने का आरोप : बता दें कि संजीव मुखिया पर बीपीएससी के साथ साथ हाल ही में हुई नीट पेपर लीक मामले पर भी कटघरे में है. संजीव मुखिया को ही बिहार में नीट पेपर लीक का मास्टर माइंड बताया जा रहा है. एक साल पुराने सिपाही पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया मुख्य आरोपी के रूप में नाम आया है. संजीव मुखिया का बेटा डॉक्टर शिव पहले से ही बेऊर जेल में कैद में है.

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पटना : सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने चार्ट शीट दायर कर दिया है. ईओयू ने पेपर लीक गिरोह के सरगना नालंदा के संजीव मुखिया को मास्टरमाइंड बताया है. वहीं उसके के बेटे डॉक्टर शिव कुमार, डॉ शिव के मुख्य सहयोगी अश्विनी रंजन उर्फ सोनू, विक्की कुमार, अभिषेक के अलावा प्रिंटिंग प्रेस के मालिक और साजिश में शामिल प्रेस के कर्मियों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया है.

सिपाही भर्ती में ईओयू को मिली गड़बड़ी : दरअसल, 1 अक्टूबर 2023 को आयोजित हुई इस परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. सोशल मीडिया पर परीक्षा से पूर्व ही प्रश्न पत्र उपलब्ध हो गए थे. इसके बाद परीक्षा को कैंसिल करना पड़ा था. इस पेपर लीक मामले की अनुसंधान ईओयू कर रही है. अनुसंधान के क्रम में ईओयू को बड़ी गड़बड़ी मिली. अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि प्रश्न पत्र की प्रिंटिंग और पैकिंग का काम जिस कंपनी को दिया गया था, उसका रजिस्टर्ड कार्यालय मात्र एक कमरे में चल रहा था.

''कंपनी के द्वारा प्रश्न पत्र की छपाई का काम अवैध तरीके से किसी अन्य कंपनी के माध्यम से कराया जा रहा था. इसके अलावा यह भी बात सामने आई की प्रश्न पत्र ट्रांसपोर्ट करने वाली गाड़ियां कोषागार में जाने के क्रम में कई जगह रुकते हुए पहुंची थी.''- आर्थिक अपराध इकाई, बिहार

चार्जशीट में मुख्य आरोपी संजीव मुखिया : ईओयू के अनुसंधान में यह भी निकाल कर सामने आया कि पटना वेयरहाउस के जिस लॉजिस्टिक कंपनी के वाहनों को प्रश्न पत्र पहुंचने के लिए मोतिहारी भेजा गया था, उस कंपनी के दोनों मुंशी भी सिपाही भर्ती के अभ्यर्थी थे. मोतिहारी ले जाने वाली गाड़ी पटना वेयरहाउस से प्रश्न पत्र लेकर जब निकली तो लगभग 6 घंटे अन्यत्र जगह पर रुकी रही.

''अनुसंधान में यह पता चला कि संजीव मुखिया और उसका बेटा डॉक्टर शिव के सदस्यों द्वारा इस 6 घंटे में गाड़ी के बॉक्स से लिफाफा खोलकर प्रश्न पत्र लीक कर लिए गए. इस मामले में कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरोह का सरगना संजीव मुखिया को बताया गया है और उसकी तलाश जारी है.''- आर्थिक अपराध इकाई, बिहार

संजीव मुखिया पर कई पेपर लीक कराने का आरोप : बता दें कि संजीव मुखिया पर बीपीएससी के साथ साथ हाल ही में हुई नीट पेपर लीक मामले पर भी कटघरे में है. संजीव मुखिया को ही बिहार में नीट पेपर लीक का मास्टर माइंड बताया जा रहा है. एक साल पुराने सिपाही पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया मुख्य आरोपी के रूप में नाम आया है. संजीव मुखिया का बेटा डॉक्टर शिव पहले से ही बेऊर जेल में कैद में है.

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Last Updated : Aug 23, 2024, 5:21 PM IST
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