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बिहार पुलिस सिपाही भर्ती घोटाला में EOU की बड़ी कार्रवाई, पूर्व DGP के कई ठिकानों पर छारेमारी - Bihar Police

CSBC Constable Recruitment Scam बिहार पुलिस सिपाही भर्ती घोटाला में आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ी कार्रवाई की. बिहार के पूर्व DGP के कई ठिकानों पर छारेमारी की गई है. पढ़ें पूरी खबर.

बिहार पुलिस सिपाही भर्ती घोटाला
बिहार पुलिस सिपाही भर्ती घोटाला
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 8, 2024, 9:20 PM IST

पटनाः बिहार पुलिस सिपाही भर्ती घोटाला में आर्थिक अपराध इकाई ने पूर्व डीजीपी के खिलाफ शिकंजा कस दिया है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने पूर्व DGP के कई ठिकानों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई गुरुवार और शुक्रवार को हुई. जानकारी के अनुसार अभी छापेमारी जारी रहेगी. जांच एजेंसी ने कागजात और कंप्यूटर खंगाले हैं.

कई ठिकानों पर छापेमारीः आर्थिक अपराध इकाई की टीम केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के 5, हार्डिंग रोड व बैक हार्डिंग रोड, पटना स्थित दोनों कार्यालयों में माननीय न्यायालय से प्राप्त तलाशी वारंट के तामिला में तलाशी ली है. कार्यालय में पाए गए विभिन्न कम्प्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल आदि के जांच के साथ-साथ अध्यक्ष के कक्ष गोपनीय शाखा विशेष कार्य पदाधिकारी का कक्ष, लेखा शाखा आदि की भी गहन तलाशी ली गयी.

जांच के लिए SIT का गठनः साक्ष्य अनुसार कई महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए गए हैं जो सिपाही भर्ती से संबंधित काण्डों के अनुसंधान में सहायक साबित होगें. उल्लेखनीय है कि आर्थिक अपराध इकाई द्वारा सिपाही भर्ती के विज्ञापन सं0-01/2023 में हुई व्यापक गड़बड़ी को ध्यान में रखते हुए अपर पुलिस महानिदेशक आर्थिक अपराध इकाई द्वारा पुलिस उप-महानिरीक्षक, आर्थिक अपराध इकाई के नेतृत्व में एक SIT का गठन किया गया है.

EOU कर रही जांचः बिहार राज्य के विभिन्न थानों में सिपाही भर्ती के दर्ज 74 काण्डों का अनुसंधान वर्तमान में आर्थिक अपराध इकाई द्वारा ग्रहण कर की जा रही है. सिपाही भर्ती हेतु ली गयी परीक्षा में ब्लूटूथ व अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस का प्रयोग करते हुए परीक्षा में किए गए कदाचार व कदाचार में सहयोग करने वाले लगभग 225 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था. पकड़ाए गए अभ्यर्थी व अन्य से पूछताछ में राज्य व राज्य के बाहर के कई लोगों की संलिप्तता की बात प्रकाश में आयी है जिसपर अनुसंधान जारी है.

क्या है मामला? बता दें कि 1 अक्टूबर 2023 को बिहार में सिपाही भर्ती की परीक्षा हुई थी. इस दौरान पेपर लीक गैंग को गिरफ्तार किया गया था. पटना में प्रश्न पत्र लीक का भी मामला सामने आया था. 6 अभ्यर्थियों को आंसर की से नकल करते पकड़ा गया था. एसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था. इसके बाद कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसी मामले में लगातार कार्रवाई चल रही है.

यह भी पढ़ेंः बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा के एक अभ्यर्थी की याचिका पर SC का बड़ा फैसला, दिया ये निर्देश

पटनाः बिहार पुलिस सिपाही भर्ती घोटाला में आर्थिक अपराध इकाई ने पूर्व डीजीपी के खिलाफ शिकंजा कस दिया है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने पूर्व DGP के कई ठिकानों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई गुरुवार और शुक्रवार को हुई. जानकारी के अनुसार अभी छापेमारी जारी रहेगी. जांच एजेंसी ने कागजात और कंप्यूटर खंगाले हैं.

कई ठिकानों पर छापेमारीः आर्थिक अपराध इकाई की टीम केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के 5, हार्डिंग रोड व बैक हार्डिंग रोड, पटना स्थित दोनों कार्यालयों में माननीय न्यायालय से प्राप्त तलाशी वारंट के तामिला में तलाशी ली है. कार्यालय में पाए गए विभिन्न कम्प्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल आदि के जांच के साथ-साथ अध्यक्ष के कक्ष गोपनीय शाखा विशेष कार्य पदाधिकारी का कक्ष, लेखा शाखा आदि की भी गहन तलाशी ली गयी.

जांच के लिए SIT का गठनः साक्ष्य अनुसार कई महत्वपूर्ण कागजात जब्त किए गए हैं जो सिपाही भर्ती से संबंधित काण्डों के अनुसंधान में सहायक साबित होगें. उल्लेखनीय है कि आर्थिक अपराध इकाई द्वारा सिपाही भर्ती के विज्ञापन सं0-01/2023 में हुई व्यापक गड़बड़ी को ध्यान में रखते हुए अपर पुलिस महानिदेशक आर्थिक अपराध इकाई द्वारा पुलिस उप-महानिरीक्षक, आर्थिक अपराध इकाई के नेतृत्व में एक SIT का गठन किया गया है.

EOU कर रही जांचः बिहार राज्य के विभिन्न थानों में सिपाही भर्ती के दर्ज 74 काण्डों का अनुसंधान वर्तमान में आर्थिक अपराध इकाई द्वारा ग्रहण कर की जा रही है. सिपाही भर्ती हेतु ली गयी परीक्षा में ब्लूटूथ व अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस का प्रयोग करते हुए परीक्षा में किए गए कदाचार व कदाचार में सहयोग करने वाले लगभग 225 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था. पकड़ाए गए अभ्यर्थी व अन्य से पूछताछ में राज्य व राज्य के बाहर के कई लोगों की संलिप्तता की बात प्रकाश में आयी है जिसपर अनुसंधान जारी है.

क्या है मामला? बता दें कि 1 अक्टूबर 2023 को बिहार में सिपाही भर्ती की परीक्षा हुई थी. इस दौरान पेपर लीक गैंग को गिरफ्तार किया गया था. पटना में प्रश्न पत्र लीक का भी मामला सामने आया था. 6 अभ्यर्थियों को आंसर की से नकल करते पकड़ा गया था. एसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था. इसके बाद कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसी मामले में लगातार कार्रवाई चल रही है.

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