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गोड्डा में जयराम की एंट्री से बनेंगे नए समीकरण, आसान नहीं होगी एनडीए और इंडिया गठबंधन की राह - Godda assembly constituency

Assembly Election 2024. गोड्डा विधानसभा सीट पर इस बार भी भाजपा और राजद की सीधी लड़ाई की संभावना है. हालांकि जयराम महतो की पार्टी भी पहली बार चुनावी मैदान में होगी. ऐसे में दोनों दलों के प्रत्याशियों का समीकरण बिगड़ सकता है.

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 16, 2024, 12:14 PM IST

गोड्डा: जिले की तीन विधानसभा सीट में गोड्डा सीट पर भाजपा का कब्जा है, जहां से विधायक अमित मंडल हैं. बाकी दो विधानसभा सीट महगामा और पोड़ैयाहाट पर कांग्रेस का कब्जा है. ऐसे में बीजेपी के मौजूदा विधायक अमित मंडल का दावा स्वाभाविक रूप से मजबूत है और उन्हें टिकट मिलना तय माना जा रहा है. इधर, भाजपा के पूर्व सांसद व मंत्री रहे सुदर्शन भगत रायशुमारी के लिए गोड्डा पहुंचे. जिन अन्य दो नाम की चर्चा थी वो हैं कभी झामुमो के जिलाध्यक्ष रहे रवींद्र महतो और युवा नेता सूरज सिंह.

बता दें कि रवींद्र महतो पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रही बसंती देवी के पति हैं. पिछले चुनाव में भी रवींद्र महतो गोड्डा से आजसू की टिकट पर लड़े थे. सूरज सिंह वर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष बेबी देवी के पुत्र हैं. इसके अलावा कुछ ऐसे नाम हैं, जो भाजपा से टिकट की दौड़ में हैं. इनमें पूर्व विधायक भाजपा के मनोहर टेकरीवाल के भाई और शहर के बड़े व्यवसायी अमर टेकरीवाल और अन्य व्यवसायी संतोष सिंह के नाम की भी चर्चा है. इन सबके बावजूद विधायक अमित मंडल की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है.

गौरतलब है कि अमित मंडल के दादा सुमृत मंडल झामुमो से विधायक रहे तो पिता रघुनदंन मंडल भाजपा से विधायक थे. जिनके असामयिक निधन के बाद अमित मंडल विधायक बने. उन्होंने फिर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. वहीं, झारखंड बनने के बाद से ही इंडिया गठबंधन से गोड्डा राजद के कोटे में जाता रहा है. जिसमें संजय यादव दो बार जीत चुके हैं. हालांकि पिछले चुनाव में कम मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि संजय यादव की दावेदारी मज़बूत होगी. संजय यादव की पत्नी कल्पना देवी भी पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष अध्यक्ष रहा चुकी हैं.

इनके अलावा टाइगर जयराम की पार्टी से केपी महतो और प्रवीण महतो के नाम की चर्चा है. रांची में रायशुमारी में गोड्डा से कई लोगों ने दावेदारी की है. इस पूरे मसले पर पत्रकार नरेंद्र गांधी ने बताया कि एक बार फिर गोड्डा में भाजपा और राजद के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है, लेकिन टाइगर जयराम की पार्टी के उम्मीदवार की अगर उपस्थिति दमदार हुई तो भाजपा का समीकरण बिगड़ सकता है. क्योंकि पिछले चुनाव में जीत अंतर महज पांच हजार था.

ये भी पढ़ें: जयराम महतो ने की घोषणा, जेबीकेएसएस सभी 81 सीटों पर लड़ेगी विधानसभा चुनाव, किसी पार्टी ने नहीं होगा गठबंधन

ये भी पढ़ें: भाजपा रायशुमारी कार्यक्रम में हो-हंगामा, आपस में उलझे भाजपाई, वोटर लिस्ट से नाम गायब करने का आरोप

गोड्डा: जिले की तीन विधानसभा सीट में गोड्डा सीट पर भाजपा का कब्जा है, जहां से विधायक अमित मंडल हैं. बाकी दो विधानसभा सीट महगामा और पोड़ैयाहाट पर कांग्रेस का कब्जा है. ऐसे में बीजेपी के मौजूदा विधायक अमित मंडल का दावा स्वाभाविक रूप से मजबूत है और उन्हें टिकट मिलना तय माना जा रहा है. इधर, भाजपा के पूर्व सांसद व मंत्री रहे सुदर्शन भगत रायशुमारी के लिए गोड्डा पहुंचे. जिन अन्य दो नाम की चर्चा थी वो हैं कभी झामुमो के जिलाध्यक्ष रहे रवींद्र महतो और युवा नेता सूरज सिंह.

बता दें कि रवींद्र महतो पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रही बसंती देवी के पति हैं. पिछले चुनाव में भी रवींद्र महतो गोड्डा से आजसू की टिकट पर लड़े थे. सूरज सिंह वर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष बेबी देवी के पुत्र हैं. इसके अलावा कुछ ऐसे नाम हैं, जो भाजपा से टिकट की दौड़ में हैं. इनमें पूर्व विधायक भाजपा के मनोहर टेकरीवाल के भाई और शहर के बड़े व्यवसायी अमर टेकरीवाल और अन्य व्यवसायी संतोष सिंह के नाम की भी चर्चा है. इन सबके बावजूद विधायक अमित मंडल की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है.

गौरतलब है कि अमित मंडल के दादा सुमृत मंडल झामुमो से विधायक रहे तो पिता रघुनदंन मंडल भाजपा से विधायक थे. जिनके असामयिक निधन के बाद अमित मंडल विधायक बने. उन्होंने फिर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. वहीं, झारखंड बनने के बाद से ही इंडिया गठबंधन से गोड्डा राजद के कोटे में जाता रहा है. जिसमें संजय यादव दो बार जीत चुके हैं. हालांकि पिछले चुनाव में कम मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि संजय यादव की दावेदारी मज़बूत होगी. संजय यादव की पत्नी कल्पना देवी भी पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष अध्यक्ष रहा चुकी हैं.

इनके अलावा टाइगर जयराम की पार्टी से केपी महतो और प्रवीण महतो के नाम की चर्चा है. रांची में रायशुमारी में गोड्डा से कई लोगों ने दावेदारी की है. इस पूरे मसले पर पत्रकार नरेंद्र गांधी ने बताया कि एक बार फिर गोड्डा में भाजपा और राजद के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है, लेकिन टाइगर जयराम की पार्टी के उम्मीदवार की अगर उपस्थिति दमदार हुई तो भाजपा का समीकरण बिगड़ सकता है. क्योंकि पिछले चुनाव में जीत अंतर महज पांच हजार था.

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