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ट्रांसफर के लिए सिफारिश लगाने वाले कर्मचारियों की अब खैर नहीं, इस महकमे ने की ये तैयारी - leaders recommendations transfer

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 27, 2024, 1:40 PM IST

उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने प्रदेश भर के सभी डिस्काम के एमडी को दिशा निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा है, कि कोई भी सरकारी कर्मचारी अपनी सेवा से संबंधित किसी मामले में किसी नेता की सिफारिश का सहारा नहीं ले सकता.

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने प्रदेश भर के सभी डिस्काम के एमडी को दिशा निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा है, कि कर्मचारी अपने स्थानांतरण या तैनाती के लिए स्वयं या अपने परिवार के किसी सदस्य की तरफ से जनप्रतिनिधियों सेवा संघों और अन्य माध्यम से मौखिक, टेलीफोन पर या फिर पत्र के जरिए स्थानांतरण और अन्य प्रकार के कामों के लिए संस्तुति कराते हैं. यह उत्तर प्रदेश कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 का यह खुला उल्लंघन है. इसमें प्रावधान है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी अपनी सेवा से संबंधित अपने हितों से संबंध किसी मामले में कोई राजनीतिक या अन्य साधनों से न तो स्वयं और न ही अपने कुटुंब के किसी सदस्य की तरफ से कोई प्रभाव डालेगा या प्रभाव डलवाने का प्रयास करेगा.

पंकज कुमार ने कहा, कि प्रावधान के अनुसार कर्मचारी की तरफ से अपने स्थानांतरण या तैनाती के लिए किसी भी माध्यम से सिफारिश करना या संस्तुति करवाना कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 का उल्लंघन है. निर्देशित किया जाता है, कि इस प्रकार के प्राप्त हो रहे सभी पत्रों का संकलन कर कर्मचारीबार सूचीबद्ध कर ली जाए. इनका अंकन ईआरपी पर करने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है. व्यवस्था बनने से पहले सूचीबद्ध कर इस उद्देश्य के लिए तैयार की जाए, कि ईआरपी पर मॉड्यूल तैयार होते ही इसका अंकन ईआरपी पर किया जा सके. 30 जून तक यह पूरी जानकारी पावर कॉरपोरेशन को उपलब्ध कराएं. एमडी के इस तरह के निर्देशों के बाद अब कर्मचारियों के नेताओं की सिफारिश से स्थानांतरण के रास्ते बंद हो गए हैं.

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लापरवाही बरतने वाले अवर अभियंता की बहाली: मोहनलालगंज इलाके में हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए एस्टीमेट बनाने में देरी करने पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी ने अधिशासी अभियंता और अवर अभियंता को सस्पेंड कर दिया था. 24 घंटे भी नहीं बीते और अवर अभियंता की फिर से बहाली हो गई. तर्क दिया गया, कि अवर अभियंता की एस्टीमेट में देरी के मामले में कोई गलती नहीं है. ऐसे में अवर अभियंता आशुतोष को उसी स्थान पर फिर से बहाल किया जाता है. हालांकि, अधिशासी अभियंता की बहाली नहीं हुई. उनकी जगह पर अमीनाबाद के अधिशासी अभियंता को मोहनलालगंज के अधिशासी अभियंता की कुर्सी थमाई गई है. अमीनाबाद में तैनात अधिशासी अभियंता सुधीर कुमार अग्रवाल अब विद्युत वितरण खंड से स्थिति लेसा सिस गोमती प्रथम के अधिशासी अभियंता होंगे. इसके अलावा मुख्यालय से संबद्ध अधिशाषी अभियंता सुशील कुमार को विद्युत वितरण खंड अमीनाबाद की जिम्मेदारी सौंपी गई है.


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लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने प्रदेश भर के सभी डिस्काम के एमडी को दिशा निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा है, कि कर्मचारी अपने स्थानांतरण या तैनाती के लिए स्वयं या अपने परिवार के किसी सदस्य की तरफ से जनप्रतिनिधियों सेवा संघों और अन्य माध्यम से मौखिक, टेलीफोन पर या फिर पत्र के जरिए स्थानांतरण और अन्य प्रकार के कामों के लिए संस्तुति कराते हैं. यह उत्तर प्रदेश कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 का यह खुला उल्लंघन है. इसमें प्रावधान है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी अपनी सेवा से संबंधित अपने हितों से संबंध किसी मामले में कोई राजनीतिक या अन्य साधनों से न तो स्वयं और न ही अपने कुटुंब के किसी सदस्य की तरफ से कोई प्रभाव डालेगा या प्रभाव डलवाने का प्रयास करेगा.

पंकज कुमार ने कहा, कि प्रावधान के अनुसार कर्मचारी की तरफ से अपने स्थानांतरण या तैनाती के लिए किसी भी माध्यम से सिफारिश करना या संस्तुति करवाना कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 का उल्लंघन है. निर्देशित किया जाता है, कि इस प्रकार के प्राप्त हो रहे सभी पत्रों का संकलन कर कर्मचारीबार सूचीबद्ध कर ली जाए. इनका अंकन ईआरपी पर करने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है. व्यवस्था बनने से पहले सूचीबद्ध कर इस उद्देश्य के लिए तैयार की जाए, कि ईआरपी पर मॉड्यूल तैयार होते ही इसका अंकन ईआरपी पर किया जा सके. 30 जून तक यह पूरी जानकारी पावर कॉरपोरेशन को उपलब्ध कराएं. एमडी के इस तरह के निर्देशों के बाद अब कर्मचारियों के नेताओं की सिफारिश से स्थानांतरण के रास्ते बंद हो गए हैं.

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लापरवाही बरतने वाले अवर अभियंता की बहाली: मोहनलालगंज इलाके में हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग के लिए एस्टीमेट बनाने में देरी करने पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी ने अधिशासी अभियंता और अवर अभियंता को सस्पेंड कर दिया था. 24 घंटे भी नहीं बीते और अवर अभियंता की फिर से बहाली हो गई. तर्क दिया गया, कि अवर अभियंता की एस्टीमेट में देरी के मामले में कोई गलती नहीं है. ऐसे में अवर अभियंता आशुतोष को उसी स्थान पर फिर से बहाल किया जाता है. हालांकि, अधिशासी अभियंता की बहाली नहीं हुई. उनकी जगह पर अमीनाबाद के अधिशासी अभियंता को मोहनलालगंज के अधिशासी अभियंता की कुर्सी थमाई गई है. अमीनाबाद में तैनात अधिशासी अभियंता सुधीर कुमार अग्रवाल अब विद्युत वितरण खंड से स्थिति लेसा सिस गोमती प्रथम के अधिशासी अभियंता होंगे. इसके अलावा मुख्यालय से संबद्ध अधिशाषी अभियंता सुशील कुमार को विद्युत वितरण खंड अमीनाबाद की जिम्मेदारी सौंपी गई है.


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