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क्यों नेपाल के हाथी बार-बार आ रहे हैं बिहार? VTR प्रशासन ने किया अलर्ट - Elephants from Nepal in Bihar

ELEPHANTS CREATE HAVOC IN VTR: वीटीआर में एक बार फिर नेपाल के चितवन नेशनल पार्क से आए हाथियों का तांडव देखने को मिला है. करीब आधा दर्जन हाथियों का एक झुंड देखा गया है, जो अब भी वीटीआर क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं. पिछले हफ्ते इन हाथियों ने गोनौली वन क्षेत्र में स्थित एसएसबी कैंप के समीप जमकर उत्पात मचाया था. जंगली हाथियों की उपस्थिति के कारण भारतीय प्रशिक्षित हाथियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है. आखिर क्यों नेपाल से हाथी बिहार आ रहे हैं, जानें कारण.

Elephants from Nepal in Bihar
हाथियों के झुंड ने वीटीआर में मचाया उत्पात (FILE PHOTO)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 4, 2024, 4:02 PM IST

Updated : Sep 4, 2024, 4:22 PM IST

बगहा: नेपाली हाथियों को वीटीआर की आबोहवा खूब रास आ रही है. यहीं वजह है कि नेपाल की सरहद पार कर हाथियों का झुंड वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में भ्रमण कर रहा है. कभी-कभी ये हाथी रिहायशी इलाकों का रुख कर ले रहे हैं. चितवन निकुंज नेपाल से वीटीआर में आए हाथियों के झुंड ने चार दिन पहले एसएसबी द्वारा बनाए गये चेक पोस्ट (गुमटी) को तोड़ दिया था. साथ ही एक ठेला लगाने वाले दुकान को क्षति पहुंचाई थी.

Elephants from Nepal in Bihar
नेपाल से आए हाथियों के झुंड ने वीटीआर में मचाया उत्पात (ETV Bharat)

हाथियों के झुंड ने वीटीआर में मचाया उत्पात: उसके बाद यह झुंड वापस नेपाल लौटने लगा था. इसी क्रम में भारतीय वन क्षेत्र से उत्पात मचाते हुए हाथियों का झुंड नेपाली क्षेत्र के वाल्मीकि आश्रम पहुंच गया. वहां नेपाली क्षेत्र में तकरीबन 50 घरों को नुकसान पहुंचाया.

वीटीआर प्रशासन ने किया अलर्ट: इसके बाद नेपाली एपीएफ, पुलिस व आमलोगों द्वारा आग का लुकार दिखाने और अन्य प्रयास करने के बाद हाथियों का झुंड पुनः भारतीय क्षेत्र में वापस आ गया है. लिहाजा वीटीआर प्रशासन ने वनकर्मियों को अलर्ट करते हुए चौकसी बढ़ा दी है.

Elephants from Nepal in Bihar
हाथियों ने तोड़ डाले बैरियर और बोर्ड्स (ETV Bharat)

इस कारण से नेपाल से बिहार आ रहे हाथी: जंगल से सटे गांवों के लोगों को सरेह और जंगल की ओर नहीं जाने की अपील की जा रही है. न्यूज एनवायरनमेंट वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया सोसायटी (NEWS) के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक कुमार ने बताया कि दो वर्ष पूर्व एक नेपाली हाथी ने वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के भारतीय क्षेत्र में एक बच्चे को जन्म दिया था.

"वह हाथी का बच्चा इसी वन क्षेत्र में पला बढ़ा है. यही वजह है कि उसको यहां की आबोहवा काफी पसंद आ रही है और वह बार-बार अपने झुंड के साथ वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का रुख करता है."- अभिषेक कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर, न्यूज एनवायरनमेंट वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया सोसायटी

प्रशिक्षित हाथियों को किया गया शिफ्ट: बता दें कि जब जंगली हाथियों के आने की सूचना वन विभाग को मिलती है, तब कर्नाटक से लाए गए VTR के प्रशिक्षित हाथियों को सुरक्षा की दृष्टि से कौलेश्वर स्थान हाथीखाना से कोतराहा गेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया जाता है. वनकर्मी नेपाली जंगली हाथियों की मॉनिटरिंग करते रहते हैं. VTR के निदेशक नेशामनि के ने बताया कि नेपाल से गोनौली वनक्षेत्र में हाथियों की चहलकदमी की सूचना मिली है.

"गोनौली वनक्षेत्र प्रभारी व वाल्मीकिनगर वनक्षेत्र अधिकारी राजकुमार पासवान के नेतृत्व में वनकर्मियों को चौकसी बरतने के निर्देश दिये गये हैं. खुला क्षेत्र होने के कारण नेपाल से भारतीय क्षेत्र में जानवरों का आना-जाना लगा रहता है."- नेशामनि, निदेशक, VTR

ये भी पढ़ें- गया के ग्रामीण इलाकों में जंगली हाथियों की दहशत, माइकिंग कर रहा वन विभाग, देखें VIDEO

बगहा: नेपाली हाथियों को वीटीआर की आबोहवा खूब रास आ रही है. यहीं वजह है कि नेपाल की सरहद पार कर हाथियों का झुंड वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में भ्रमण कर रहा है. कभी-कभी ये हाथी रिहायशी इलाकों का रुख कर ले रहे हैं. चितवन निकुंज नेपाल से वीटीआर में आए हाथियों के झुंड ने चार दिन पहले एसएसबी द्वारा बनाए गये चेक पोस्ट (गुमटी) को तोड़ दिया था. साथ ही एक ठेला लगाने वाले दुकान को क्षति पहुंचाई थी.

Elephants from Nepal in Bihar
नेपाल से आए हाथियों के झुंड ने वीटीआर में मचाया उत्पात (ETV Bharat)

हाथियों के झुंड ने वीटीआर में मचाया उत्पात: उसके बाद यह झुंड वापस नेपाल लौटने लगा था. इसी क्रम में भारतीय वन क्षेत्र से उत्पात मचाते हुए हाथियों का झुंड नेपाली क्षेत्र के वाल्मीकि आश्रम पहुंच गया. वहां नेपाली क्षेत्र में तकरीबन 50 घरों को नुकसान पहुंचाया.

वीटीआर प्रशासन ने किया अलर्ट: इसके बाद नेपाली एपीएफ, पुलिस व आमलोगों द्वारा आग का लुकार दिखाने और अन्य प्रयास करने के बाद हाथियों का झुंड पुनः भारतीय क्षेत्र में वापस आ गया है. लिहाजा वीटीआर प्रशासन ने वनकर्मियों को अलर्ट करते हुए चौकसी बढ़ा दी है.

Elephants from Nepal in Bihar
हाथियों ने तोड़ डाले बैरियर और बोर्ड्स (ETV Bharat)

इस कारण से नेपाल से बिहार आ रहे हाथी: जंगल से सटे गांवों के लोगों को सरेह और जंगल की ओर नहीं जाने की अपील की जा रही है. न्यूज एनवायरनमेंट वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया सोसायटी (NEWS) के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक कुमार ने बताया कि दो वर्ष पूर्व एक नेपाली हाथी ने वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के भारतीय क्षेत्र में एक बच्चे को जन्म दिया था.

"वह हाथी का बच्चा इसी वन क्षेत्र में पला बढ़ा है. यही वजह है कि उसको यहां की आबोहवा काफी पसंद आ रही है और वह बार-बार अपने झुंड के साथ वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का रुख करता है."- अभिषेक कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर, न्यूज एनवायरनमेंट वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया सोसायटी

प्रशिक्षित हाथियों को किया गया शिफ्ट: बता दें कि जब जंगली हाथियों के आने की सूचना वन विभाग को मिलती है, तब कर्नाटक से लाए गए VTR के प्रशिक्षित हाथियों को सुरक्षा की दृष्टि से कौलेश्वर स्थान हाथीखाना से कोतराहा गेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया जाता है. वनकर्मी नेपाली जंगली हाथियों की मॉनिटरिंग करते रहते हैं. VTR के निदेशक नेशामनि के ने बताया कि नेपाल से गोनौली वनक्षेत्र में हाथियों की चहलकदमी की सूचना मिली है.

"गोनौली वनक्षेत्र प्रभारी व वाल्मीकिनगर वनक्षेत्र अधिकारी राजकुमार पासवान के नेतृत्व में वनकर्मियों को चौकसी बरतने के निर्देश दिये गये हैं. खुला क्षेत्र होने के कारण नेपाल से भारतीय क्षेत्र में जानवरों का आना-जाना लगा रहता है."- नेशामनि, निदेशक, VTR

ये भी पढ़ें- गया के ग्रामीण इलाकों में जंगली हाथियों की दहशत, माइकिंग कर रहा वन विभाग, देखें VIDEO

Last Updated : Sep 4, 2024, 4:22 PM IST
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