रांची: झारखंड में शत प्रतिशत मतदान के लिए चुनाव आयोग ने विशेष तैयारी की है. मतदाता सूची प्रकाशन के बाद अब आयोग का लक्ष्य लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने की है, जिसको लेकर वृहद कार्य योजना बनाई गई है. झारखंड में आम तौर पर ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में शहरी क्षेत्र में मतदान काफी कम होता रहा है.
आंकड़ों के मुताबिक झारखंड में औसतन 66 फीसदी मतदान होता रहा है. जिसे बढ़ाने के लिए आयोग के द्वारा पिछले कई महीनों से कार्य किया जा रहा है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने ईटीवी से बात करते हुए कहा कि आयोग के द्वारा 81 में से 20 विधानसभा क्षेत्र चिन्हित किए गए हैं, जहां मतदान प्रतिशत काफी कम रहा है वहां मिशन मोड में आगे काम किया जाएगा.
ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में शहरी क्षेत्र में मतदान प्रतिशत काफी कम: चुनाव आयोग के द्वारा कम मतदान प्रतिशत वाले चिन्हित विधानसभा क्षेत्रों में अधिकांश शहरी क्षेत्र शामिल हैं. रांची, बोकारो, धनबाद, जमशेदपुर, हजारीबाग सहित राज्य के विभिन्न शहरी इलाकों में मतदान प्रतिशत विगत तीन चुनावों में काफी कम रहा है. ऐसे में आयोग ने इन इलाकों में विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है.
आयोग द्वारा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जो अभियान आने वाले समय में चलाए जाएंगे उनमें जागरूकता अभियान के अलावा रिहायशी कॉलोनी में घर के नजदीक मतदान केंद्र बनाने, मतदान के समय मैसेज भेजने, वरिष्ठ मतदाताओं को विशेष सुविधा देने के अलावा स्थानीय मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए युवाओं को प्रेरित करने जैसे विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है.
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के लिए राज्य भर में 800 मास्टर ट्रेनर के अलावा जिला एवं प्रखंड स्तर पर बीएलओ एवं निर्वाचन कार्य से जुड़े पदाधिकारियों को विशेष रूप से जिम्मेदारी दी गई है.
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