पटना : लोकसभा चुनाव 2024 में भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई प्रकार के प्रयास किये. लेकिन 2024 चुनाव से भी मतदान प्रतिशत कम रहा. ऐसे में अब चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में सर्वे कर रहा है. टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के माध्यम से यह सर्वे हो रहा है. जिसमें मतदाताओं से कम मतदान प्रतिशत के लिए कई सवाल पूछे जा रहे हैं.
सभी विधानसभा क्षेत्र के चार बूथों पर हो रहा सर्वे : यह सर्वे प्रदेश की सभी 243 विधानसभा क्षेत्र के चार-चार बूथों पर हो रहा है. इसमें दो मतदान केंद्र वैसे हैं, जहां विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मतदान हुए. वहीं दो मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां मतदान सबसे कम हुआ. विधानसभा क्षेत्र में हो रहे सर्वे की प्रश्नावली में सभी मतदाताओं द्वारा दी गई सूचनाओं को दर्ज किया जा रहा है.
कल तक चलेगा यह सर्वे : यह सर्वे 4 सितंबर से शुरू हुआ है जो 8 सितंबर रविवार तक चलेगा. सर्वे का उद्देश्य है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ और मतदाताओं से सलाह भी लिया जा रहा है कि चुनाव की प्रक्रिया में कैसे सुधार हो सकता है.
सवालों की लिस्ट लेकर पहुंच रही टीम : सर्वे वाली टीम कई प्रकार के सवालों की लिस्ट लेकर मतदाताओं से बात कर रही है. जिन लोगों ने मतदान नहीं किया उनसे क्यों नहीं मतदान किया इससे संबंधित भी सवाल है. मतदाताओं से यह भी जानकारी ली जा रही है कि उनके पास वोटर आईडी है या नहीं और उनके परिवार के कितने सदस्य 18 वर्ष से ऊपर उम्र के हैं जिनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं जुड़ा है.
यह सवालों की फेरहिस्त के कुछ सवाल हैं जो सर्वे टीम मतदाताओं से पूछ रही है :-
- क्या आपको पॉलीटिकल सिस्टम पर भरोसा है या नहीं? अगर नहीं तो क्यों?
- क्या आपने इसलिए वोट नहीं दिया कि उनके समुदाय के नेता या धार्मिक नेता ने मतदान करने के लिए नहीं बोला था?
- क्या मतदान इसलिए नहीं किया कि प्रत्याशी उनकी जाति का नहीं था?
- क्या मतदान केंद्र पर अधिक भीड़ होने की वजह से लौट गए?
- क्या आपका मतदान केंद्र घर से बहुत अधिक दूर तो नहीं था?
- क्या आपके प्रत्याशी अच्छे नहीं थे?
- क्या सुरक्षा के भय से बूथ तक नहीं गए?
- क्या आप यह सोचते हैं कि वोट देने से कुछ बदलने वाला नहीं है?
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