प्रयागराज : एक बुजुर्ग महिला को तीन दिनों तक ऑनलाइन बंधक बनाकर साइबर ठगों ने 1 करोड़ 48 लाख रुपये की चपत लगा दी. शातिरों ने पुलिस अधिकारी बन महिला को वीडियो कॉल की. इसके बाद कहा कि उसे डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है. यह कहते हुए महिला को धमकाया कि उसने अवैध सामग्री ताइवान भेजी है. इसके बाद तीन दिन में उससे मोटी रकम वसूल ली. जब यह मामला पुलिस के पास पहुंचा तो 40 लाख रुपये फ्रीज करवा लिए गए, लेकिन महिला को 1 करोड़ से ज्यादा की चपत फिर भी लग गई.
जार्जटाउन थाना क्षेत्र में बुजुर्ग काकोली दास गुप्ता रहती हैं. उनके बच्चे विदेश में रहते हैं. जार्जटाउन में वह अकेले ही रहती हैं. इसी का फायदा साइबर ठगों ने उठााय. शातिरों ने वीडियो कॉल की. फिर उनके नाम से भेजे गए कोरियर के जरिये तस्करी का आरोप लगाते हुए खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की बात कही. यह सुनकर काकोली घबरा गईं. ठगों ने बुजुर्ग महिला को बताया कि उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है और अब वह कैमरे के सामने ही रहेंगी. दूसरी तरफ से वीडियो कॉल पर एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में था, जो महिला को धमकाता रहा. इसके बाद तीन दिन में 1 करोड़ 48 लाख ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए.
बाद में महिला को ठगे जाने का अहसास हुआ. जिसके बाद बुजुर्ग ने प्रयागराज की साइबर सेल से शिकायत की. जिसके बाद पुलिस वालों ने तेजी दिखाते हुए महिला के खाते से ट्रांसफर हुई राशि में से 40 लाख रुपये फ्रीज करा लिए.
पुलिस को बुजर्ग महिला ने बतायी आपबीती
बुजुर्ग महिला ने पुलिस को बताया कि 23 अप्रैल को साइबर ठग ने कॉल कर कहा कि फेडेक्स इंटरनेशनल कोरियर कंपनी से बोल रहा है और उनके नाम से एक पार्सल ताइवान से भेजा गया है. उस पार्सल में आपत्तिजनक सामान के साथ तीन लैपटॉप और तीन क्रेडिट कार्ड हैं. जिसकी शिकायत पुलिस में की गई है और पूरे मामले की जांच मुम्बई क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. जिसके बाद डीसीपी क्राइम ब्रांच के नाम से किसी दूसरे व्यक्ति ने महिला के पास कॉल की. डीसीपी के नाम से कॉल करने वाले व्यक्ति ने बुजुर्ग महिला को खूब डराया धमकाया और जेल भेजने की बात कही. उसने वीडियो कॉल किया था, जिसमें वह पुलिस की वर्दी में नजर आ रहा था.
डिजिटल अरेस्ट कर कहा-कैमरे के सामने से नहीं हटना है
जालसाजों ने बुजर्ग महिला को झांसे में लेने के साथ ही डिजिटल अरेस्ट करने की बात कही. कहा कि उसे डिजिटल अरेस्ट किया जाता है और तीन दिन तक कैमरे के सामने से नहीं हटेंगी. शातिरों ने वीडियो कॉल कर कहाकि वह अब मुम्बई पुलिस की निगरानी में हैं और उन्हें ऑनलाइन अरेस्ट किया जाता है. इसी दौरान उन्हें जेल जाने से बचाने के नाम पर तीन दिनों में 1 खरीद 48 लाख 30 हजार रुपये ट्रांसफर करवाये गए.
पुलिस केस दर्ज कर जांच करने में जुटी
बुजुर्ग महिला की तहरीर पर पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है. साथ ही प्रयागराज की साइबर थाने की पुलिस टीम ने तेजी दिखाते हुए महिला के खाते से ट्रांसफर की गई रकम में से 40 लाख फ्रीज करवा लिए. साइबर थाना प्रभारी राजीव तिवारी ने बताया कि पुलिस ऑनलाइन और डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है. साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ही महिला को डराया और ऑनलाइन गिरफ्तार कर जेल जाने से बचाने के नाम पर ठग लिया है.