दंतेवाड़ा : बस्तर में पुलिस और प्रशासन नक्सल उन्मूलन अभियान चला रही है. जिसमें काफी सफलता मिली है. इसी अभियान से प्रभावित होकर महिला नक्सली ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाली महिला नक्सली का नाम कोसी मुचाकी है.
नक्सल संगठन में हो रही उपेक्षा से थी नाराज : सरेंडर करने वाली महिला नक्सली कोची मुचाकी ने बताया कि नक्सलियों की खोखली विचारधारा और संगठन में महिलाओं के शोषण के कारण वो तंग आ चुकी थी. बाहरी नक्सली अक्सर महिलाओं के साथ भेदभाव करते थे. यही नहीं किसी भी बात का विरोध करने पर हिंसा की जाती थी. इसलिए नक्सली संगठन छोड़ने का मन बनाया. कटेकल्याण एरिया कमेटी की प्रतिबंधित नक्सली संगठन में डब्बा पंचायत केएमएस सदस्य कोसी मुचाकी पिट्टेडब्बा थाना कूकानार जिला सुकमा की निवासी है.
''सरेंडर करने वाली महिला नक्सली संगठन कटेकल्याण एरिया कमेटी के डब्बा पंचायत में सक्रिय थी.महिला नक्सली मुख्य रूप से रोड काटना, बैनर पोस्टर लगाना और लोगों को बहला फुसलाकर नक्सल संगठन में शामिल करने का काम करती थी.'' गौरव राय,एसपी
समाज की मुख्य धारा में जुड़ रहे नक्सली : पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है.इस अभियान के कारण कई नक्सलियों ने समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला किया. नक्सलियों ने अपने आने वाली पीढ़ी के लिए हथियार डाले. ऐसे नक्सलियों के पुनर्उत्थान के लिए सरकार भी प्रयास कर रही है. जिले में अब तक लोन वर्राटू अभियान के तहत 173 इनामी नक्सली समेत कुल 678 नक्सलियों ने सरेंडर किया है.