जामताड़ा: जिले में मैट्रिक परीक्षा में खराब प्रदर्शन करने वाले 39 विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापकों के खिलाफ शिक्षा विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है. विभाग ने प्रभारी प्रधानाध्यापकों से शो-कॉज करते हुए अगले आदेश तक वेतन पर रोक लगा दी है. इसे लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापकों में आक्रोश है.
मैट्रिक परीक्षा में खराब प्रदर्शन वाले स्कूलों के शिक्षकों पर विभाग का कड़ा रूख
मैट्रिक परीक्षा में जामताड़ा जिला का संतोषजनक रिजल्ट नहीं आने पर शिक्षा विभाग गंभीर है. शिक्षा विभाग ने जिले के वैसे 39 विद्यालय जहां रिजल्ट खराब रहा, उन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की है. शिक्षा विभाग ने संबंधित विद्यालयों के प्रभारी प्रधानाध्यापकों से शो-कॉज करते हुए दंडात्मक कार्रवाई की है.
39 विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापकों के वेतन पर रोक
शिक्षा विभाग ने जामताड़ा जिले की 40 प्रभारी प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अगले आदेश तक वेतन पर रोक लगा दी है. इसे लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापकों में काफी आक्रोश है.
झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ ने डीईओ को सौंपा ज्ञापन
शिक्षा विभाग की कार्रवाई के खिलाफ प्रभारी प्रधानाध्यापकों ने मोर्चा खोल दिया है. साथ ही अपना प्रभारी प्रधानाध्यापक पद छोड़ने की पेशकश की है. इसे लेकर मंगलवार को झारखंड माध्यमिक प्राथमिक शिक्षक संघ के सदस्यों के साथ प्रभारी प्रधानाध्यापकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में डीईओ से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा है.
प्रभारी प्रधानाध्यापकों ने कार्रवाई को गलत ठहराया
झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्यों और प्रभारी प्रधानाध्यापकों ने शिक्षा विभाग द्वारा की गई कार्रवाई को गलत ठहराया है. शिक्षकों का कहना है कि विपरीत परिस्थिति में काम करने के बावजूद शिक्षा विभाग द्वारा दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है. संघ के सदस्यों ने बताया कि प्रभारी प्रधानाध्यापकों से सरकारी योजनाओं का काम भी लिया जाता है. साथ ही विद्यालयों में शिक्षकों की भी कमी है. इस कारण रिजल्ट थोड़ा गड़बड़ हुआ है. खराब रिजल्ट के कारण प्रधानाध्यापकों के वेतन पर रोक लगाना यह कहीं से न्याय संगत नहीं है. इसलिए संबंधित प्रधानाध्यापकों ने प्रभारी पद छोड़ने का निर्णय लिया है.
क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी गोपाल कृष्ण झा ने कहा कि ऊपर से आए निर्देश के तहत जिले के 39 विद्यालयों के प्रभारी प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. जिन स्कूलों के प्रभारी प्रधानाध्यापकों का माध्यमिक रिजल्ट खराब रहा उनके खिलाफ यह विभागीय कार्रवाई की गई है. संबंधित प्रधानाध्यापकों से शो-कॉज करते हुए उनके वेतन पर अगले आदेश तक रोक है. शो-कॉज का जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बरहाल जो भी हो शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा उठाए गए कदम से जहां अभिभावकों में खुशी है, वहीं दूसरी ओर प्रभारी प्रधानाध्यापकों में उबाल है. इस कार्रवाई से शिक्षकों में खलबली मची हुई है.
ये भी पढ़ें-
जैक बोर्ड ने मैट्रिक का रिजल्ट किया घोषित, यहां देखें टॉपरों की लिस्ट - JAC Board 10th Topper 2024