लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने समाजवादी पार्टी नेता विनय शंकर तिवारी और उनकी पत्नी की 30.86 करोड़ की अचल संपत्ति को कुर्क किया है. यह संपत्ति नोएडा, गोरखपुर और लखनऊ में है. विनय तिवारी की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज द्वारा बैंकों के कंसोर्टियम के 754 करोड़ रुपये हड़पने के आरोप में ये कार्रवाई की गई है.
प्रवर्तन निदेशालय ईडी प्रवक्ता ने बताया कि सोमवार को एजेंसी ने पीएमएलए एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए गंगोत्री इंटरप्राइजेज से जुड़े पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी, उनकी पत्नी रीता तिवारी और प्रमोटर अजय कुमार पांडेय की 30.86 करोड़ की नोएडा, लखनऊ व गोरखपुर स्थित कृषि, कामर्शियल संपत्ति अटैच की गई है. बीते दिनों ईडी ने गोरखपुर स्थित विनय शंकर तिवारी के घर, लखनऊ के महानगर स्थित गंगोत्री इंटरप्राइजेज के ऑफिस व दिल्ली में विनय शंकर के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी.
बता दें कि विनय शंकर तिवारी चिल्लूपार से बसपा के विधायक रह चुके हैं. उनके छोटे भाई भीष्म शंकर तिवारी संत कबीर नगर से सांसद रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय पहले भी विनय तिवारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर चुकी है. मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के अंतर्गत उनकी लगभग 73 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया था. विनय तिवारी और उनकी पत्नी रीता तिवारी के साथ ही कंपनी के निदेशकों के खिलाफ सीबीआई ने इस मामले में दिल्ली में साल 2020 में एफआईआर दर्ज की थी.