लखनऊ: दीपावली पर पटाखों से झुलसे लोग अस्पतालों की इमरजेंसी में इलाज कराने के लिए पहुंचे. सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में छह मरीज तो बलरामपुर अस्पताल में 11 मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे. इसके अलावा केजीएमयू ट्रामा सेंटर में पटाखे से झुलसे 21 मरीज और लोहिया में नौ मरीज इलाज के लिए पहुंचे.
बता दें कि सरकारी अस्पतालों में दीपावली के दिन गुरुवार को हाफ डे ओपीडी रहीं. इस दौरान इमरजेंसी में मरीज इलाज के लिए पहुंचे. वहीं, 1 नवम्बर को अस्पतालों में ओपीडी का संचालन नहीं होगा. केजीएमयू, पीजीआई, लोहिया व कैंसर संस्थान में गुरुवार को ओपीडी नहीं चली. इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं का संचालन पहले की तरह संचालित रही. इमरजेंसी में मरीज इलाज करने के लिए पहुंचे. इस समय वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी अधिक अस्पताल पहुंच रहे हैं. वहीं, गुरुवार को इमरजेंसी में पटाखे से झुलसे मरीज इलाज के लिए पहुंचे.
सभी अस्पतालों की इमरजेंसी में कितने मरीज इलाज करने के लिए पहुंचे, इसका आंकड़ा शुक्रवार को जारी किया जाएगा. बलरामपुर, सिविल, भाऊराव देवरस, लोकबंधु, डफरिन, झलकारीबाई, रानी लक्ष्मीबाई समेत सभी सरकारी अस्पताल, सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ पोस्ट सेंटर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर दीपावली वाले दिन गुरुवार को दोपहर 12 बजे तक ओपीडी चली. वहीं, केजीएमयू, लोहिया, पीजीआई, कैसर संस्थान, आयुर्वेद व होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में दीपावली में अवकाश रहा. सभी अस्पताल व मेडिकल संस्थानों की इमरजेंसी पूर्व की भांति चली है. सभी अस्पतालों की इमरजेंसी सुचारू रूप से चली हैं.़
झांसी में मोटर पार्ट्स और दो फर्नीचर की दुकानों में लगी आग, कोई जनहानि नहीं: झांसी के नवाबाद थाना क्षेत्र के गोविंद चौराहे पर स्थित अनिल टेंपो हाउस के मालिक अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी एक मोटर पार्ट्स की दुकान है. शाम को दुकान में पूजा करने के बाद दुकान को बंद कर वह घर पूजा करने चले गए थे. देर शाम वहां आग लग गयी. झांसी के मऊरानीपुर के गेंडा भवन ओवर ब्रिज के पास दो फर्नीचर की दुकानों में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गयी थी.
केजीएमयू में संविदा कर्मियों को भी मिलेगा निशुल्क इलाज: केजीएमयू में काम कर रहे साढ़े छह हजार संविदा कर्मियों को निशुल्क इलाज का रास्ता साफ हो गया है. संस्थान में कर्मचारी राज्य बीमा योजना (ईएसआई) का अस्पताल तैयार हो चुका है. यहां पर उनको इलाज मिलेगा. अगले महीने इसका शुभारंभ होने की संभावना है.
केजीएमयू के संविदाकर्मी लंबे समय से निशुल्क इलाज की मांग कर रहे थे. इसको देखते हुए केजीएमयू प्रशासन ने ईएसआई से संपर्क किया था. ईएसआई के अस्पताल के लिए संस्थान में स्थान मिलने के बाद अब यहां कर्मचारियों को निशुल्क इलाज मिल सकेगा. केजीएमयू आउटसोर्सिंग कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष रितेश मल्ल के मुताबिक यह बेहद राहत वाली खबर है.
अभी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को इलाज के लिए इधर-उधर जाना पड़ता था. केजीएमयू में तैनाती के बावजूद उन्हें यहां पर इलाज नहीं मिलता था. अब यह सुविधा मिलने लगेगी. इससे कर्मचारियों को काफी राहत हो जाएगी.
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