हल्द्वानी: आपदा के दृष्टिगत नैनीताल जिले को काफी संवेदनशील माना जाता है. आपदा और बड़े सड़क हादसों में कई बार देखा गया है कि घायलों को मौके पर इलाज नहीं मिलने के चलते दम तोड़ देते हैं. जिसको देखते हुए नैनीताल स्वास्थ्य विभाग ने जिले में तीन टीमें गठित की हैं. जो आपदा और सड़क हादसे के दौरान घटनास्थल पर त्वरित पहुंचकर घायलों को प्राथमिक उपचार करेंगे. टीम में सर्जन डॉक्टर के साथ-साथ सभी तरह की मेडिकल सुविधा उपलब्ध रहेंगी. जिससे घायलों को घटनास्थल पर ही प्राथमिक उपचार कर आगे अस्पताल भेजा जाएगा.
नैनीताल जिले के नवनियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरीश चंद्र पंत ने कहा कि कई बार देखा गया है कि आपदा और बड़े सड़क हादसे के दौरान घायलों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है, जिसके चलते कई बार घायलों की जान भी चली जाती है. इसको देखते हुए नैनीताल जिले में नैनीताल स्थित बीडी पांडे अस्पताल, हल्द्वानी के सोबन सिंह जीना अस्पताल और रामनगर के रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय में डॉक्टरों की एक-एक टीम गठित की गई है.
जो आपदा और बड़े सड़क हादसे के दौरान घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों का इलाज करेगी.मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि डॉक्टरों की टीम अति आधुनिक चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ टीम में सर्जन डॉक्टर को भी रखा गया है. जिससे गंभीर रूप से घायलों को मौके पर ही बेहतर उपचार देते हुए उनको आगे बड़े अस्पतालों में भेजा जा सके. उन्होंने बताया कि हादसे के दौरान जिस तरह से पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंचती हैं, उसी तर्ज पर अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई गई टीम भी त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचेगी.
पढ़ें-केदारनाथ में पांचवें दिन भी रेस्क्यू जारी, लापता लोगों की तलाश के लिए स्निफर डॉग की ली जा रही मदद