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जमशेदपुर में 'महर्षि वाल्मीकि' आश्रम की तर्ज पर पंडाल का निर्माण, आज की पीढ़ी को मिल रहा पुरानी सभ्यता का संदेश - PANDAL FORMAT ON VALMIKI ASHRAM

जमशेदपुर शहर में बने पंडाल को 'महर्षि वाल्मीकि' के आश्रम का रूप दिया गया है, जो दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

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दुर्गा पूजा पंडाल (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 9, 2024, 10:47 AM IST

जमशेदपुर: जिले में दुर्गा पूजा को लेकर अलग-अलग पूजा कमेटी द्वारा प्रति वर्ष की तरह इस साल भी कई आकर्षक पंडाल बनाए गए हैं, जो कई तरह के संदेश देने का काम कर रहा है. जमशेदपुर के काशीडीह स्थित दुर्गा पूजा मैदान में ठाकुर प्यारा सिंह क्लब द्वारा 'महर्षि वाल्मीकि' के आश्रम के तर्ज पर पंडाल का निर्माण कराया गया है.

बंगाल से आए कारीगरों ने पुआल, पाट के जरिए एक खूबसूरत पंडाल का भव्य आकार दिया है. कारीगरों द्वारा हस्तकला के जरिए बारिकी से कई कलाकृति को बनाया गया है. वाल्मीकि आश्रम में मां दुर्गा, गणेश, सरस्वती, विश्वकर्मा और मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित की गई है. कमेटी के सदस्य का कहना है पिछले चार महीने से इस आश्रम का निर्माण किया जा रहा था, जो इको फ्रेंडली पंडाल है.

बता दें काशीडीह दुर्गा पूजा मैदान में प्रतिवर्ष पंडाल एक थीम के आधार पर बनाया जाता है, जिसके जरिए पुराने इतिहास को बताने का प्रयास किया जाता है. इधर, पुआल और पाट से बने आश्रम को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अग्निशमन यंत्र को लगाया गया है.

पंडाल को लेकर जानकारी देते समिति सदस्य (ETV BHARAT)

क्लब के सदस्य श्याम खंडेवाल बताते हैं कि आज की पीढ़ी अपनी पुरानी परंपरा और संस्कृति को समझ सके और हमारे जो ऋषि मुनि रहे हैं, उनके बारे में जानकारी मिल सके इसे ध्यान में रखते हुए महर्षि वाल्मीकि के आश्रम के तर्ज पर पंडाल बनाया गया है. इस पंडाल को बंगाल के कारीगरों ने काफी खूबसूरती से आकारा गया है. इस आश्रम के सभी हिस्से में कलाकृति है, जिसे कारीगरों ने दिन रात मेहनत कर बनाया है. यह आश्रम आज की पीढ़ी को पुरानी सभ्यता को बताने का काम कर रही है. वहीं, दुर्गा पूजा के मौके पर भीड़ पर नियंत्रण और सुरक्षा के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं.

ये भी पढ़ें: दुर्गा पूजा 2024: लोगों की सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस की नजर, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस पर विशेष फोकस

ये भी पढ़ें: रंगेर खेला थीम पर सजा मां दुर्गा का दरबार, जानें, कैसे बनाई गयी ये आकर्षक कलाकृति

जमशेदपुर: जिले में दुर्गा पूजा को लेकर अलग-अलग पूजा कमेटी द्वारा प्रति वर्ष की तरह इस साल भी कई आकर्षक पंडाल बनाए गए हैं, जो कई तरह के संदेश देने का काम कर रहा है. जमशेदपुर के काशीडीह स्थित दुर्गा पूजा मैदान में ठाकुर प्यारा सिंह क्लब द्वारा 'महर्षि वाल्मीकि' के आश्रम के तर्ज पर पंडाल का निर्माण कराया गया है.

बंगाल से आए कारीगरों ने पुआल, पाट के जरिए एक खूबसूरत पंडाल का भव्य आकार दिया है. कारीगरों द्वारा हस्तकला के जरिए बारिकी से कई कलाकृति को बनाया गया है. वाल्मीकि आश्रम में मां दुर्गा, गणेश, सरस्वती, विश्वकर्मा और मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित की गई है. कमेटी के सदस्य का कहना है पिछले चार महीने से इस आश्रम का निर्माण किया जा रहा था, जो इको फ्रेंडली पंडाल है.

बता दें काशीडीह दुर्गा पूजा मैदान में प्रतिवर्ष पंडाल एक थीम के आधार पर बनाया जाता है, जिसके जरिए पुराने इतिहास को बताने का प्रयास किया जाता है. इधर, पुआल और पाट से बने आश्रम को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अग्निशमन यंत्र को लगाया गया है.

पंडाल को लेकर जानकारी देते समिति सदस्य (ETV BHARAT)

क्लब के सदस्य श्याम खंडेवाल बताते हैं कि आज की पीढ़ी अपनी पुरानी परंपरा और संस्कृति को समझ सके और हमारे जो ऋषि मुनि रहे हैं, उनके बारे में जानकारी मिल सके इसे ध्यान में रखते हुए महर्षि वाल्मीकि के आश्रम के तर्ज पर पंडाल बनाया गया है. इस पंडाल को बंगाल के कारीगरों ने काफी खूबसूरती से आकारा गया है. इस आश्रम के सभी हिस्से में कलाकृति है, जिसे कारीगरों ने दिन रात मेहनत कर बनाया है. यह आश्रम आज की पीढ़ी को पुरानी सभ्यता को बताने का काम कर रही है. वहीं, दुर्गा पूजा के मौके पर भीड़ पर नियंत्रण और सुरक्षा के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं.

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