भरतपुर. नीट परीक्षा में डमी कैंडिडेट समेत भरतपुर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य को हिरासत में लिया है. इस पूरे प्रकरण का मास्टर माइंड रविकांत मीणा खुद अजमेर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज का छात्र है, जो कि एक साल पुराने नकल प्रकरण में कॉलेज से निष्कासित चल रहा है. इस पूरे मामले में तीन मेडिकल स्टूडेंट, एक बीटेक पासआउट और अभ्यर्थी के भाई ने पूरी प्लानिंग की.
ऐसे आया पकड़ में : भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि 5 मई को शहर के मास्टर आदित्येंद्र राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नीट परीक्षा के दौरान बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज करने वाली एजेंसी ने केंद्राधीक्षक को डमी कैंडिडेट के बारे में सूचित किया. एजेंसी ने बताया कि सूरज गुर्जर के स्थान पर अन्य व्यक्ति परीक्षा दे रहा है. इसके बाद एजेंसी ने वीडियो कॉल के जरिए आधार बायोमैट्रिक सत्यापन की प्रक्रिया की, जिसमें डॉ. अभिषेक गुप्ता का बायोमैट्रिक मैच नहीं हुआ.
रविकांत मास्टर माइंड, ऐसे की प्लानिंग : एसपी कच्छावा ने बताया कि इस पूरे प्रकरण का मास्टर माइंड डॉ. रविकांत मीणा है, जो खुद अजमेर के जेएलएन मेडिकल कॉलेज का एमबीबीएस तृतीय वर्ष का स्टूडेंट है. रविकांत ने ही जेएलएन मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस तृतीय वर्ष के स्टूडेंट डॉ. अभिषेक गुप्ता से अभ्यर्थी सूरज गुर्जर और उसके भाई राहुल गुर्जर की मुलाकात कराई. डॉ. अभिषेक से डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा देने के लिए 10 लाख रुपए में बात तय हुई, जिसमें से 1 लाख रुपए एडवांस दे दिए गए.
मास्टर माइंड एक साल से निष्कासित : एसपी कच्छावा ने बताया कि डॉ. रविकांत मीणा अजमेर के जेएलएन मेडिकल कॉलेज का एमबीबीएस तृतीय वर्ष का स्टूडेंट है, लेकिन 1 साल पहले अजमेर में ही इसके खिलाफ कॉलेज की परीक्षा में नकल करने का प्रकरण दर्ज है. इस मामले में मास्टरमाइंड रविकांत मीणा 1 साल से कॉलेज से निष्कासित चल रहा है.
डॉक्टर-इंजीनियर की साजिश : इस पूरे मामले में तीन मेडिकल स्टूडेंट शामिल हैं. इनमें जयपुर के आरयूएचएस से डॉ. अमित जाट, अजमेर के जेएलएन मेडिकल कॉलेज से डॉ. अभिषेक गुप्ता और डॉ. रविकांत मीणा शामिल हैं. वहीं, अलवर निवासी दयाराम मीणा वर्ष 2017 में कोटा से बीटेक कर रखी है.
एसपी कच्छावा ने बताया कि फिलहाल पूरे मामले में सभी लोगों की संलिप्तता पाई गई है. दयाराम मीणा और डॉ अमित जाट की भूमिका की जांच की जा रही है. फिलहाल, इन दोनों को हिरासत में रखा गया है.