बहरोड़. क्षेत्र में बुधवार दोपहर बाद 3 घंटे की मूसलाधार बारिश से चारों तरफ पानी ही पानी हो गया. मूसलाधार बारिश के बाद पिछले 20 सालों से सूखी पड़ी साहबी नदी में पानी आया. यह नजारा देख लोगों के चेहरों पर मुस्कान दौड़ गई. इस नजारे को देखने से लोग खुद को नहीं रोक पाए और नदी के पास लोगों की भीड़ जमा हो गई.
ग्रामीणों ने बताया कि करीब 20 साल पहले सोडावास के पास नदी पर पुलिया बनी थी. पुलिया बनने के बाद कभी साहबी नदी नहीं आई. लेकिन बुधवार को 3 घंटे हुई मूसलाधार बारिश के बाद नदी में पानी आ गया. जिससे वो लोग इसे देवीय रूप मान रहे हैं. साथ ही तेज बरसात के बाद क्षेत्र में खेत खलियान जलमग्न हो गए. दूर-दूर तक खेतों में पानी भरा हुआ दिखाई दिया. नदी में पानी की लंबी लहर कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दे रही थी. आस-पास के लोगों को पानी आने का पता चला, तो बाइक, ट्रैक्टर और अन्य गाड़ियों से नदी में आए पानी को देखने पहुंच गए.
वहीं दूसरी ओर बहरोड़ कस्बे में नगर परिषद की पोल खुलती नजर आई. नगर परिषद की ओर से नालों की समय पर सफाई नहीं होने के चलते नाले ओवरफ्लो हो गए और कस्बे के मुख्य मार्ग पर कई-कई फीट पानी सड़क पर बहता नजर आया. वहीं मानसून की पहली बारिश से किसानों के चेहरे पर भी खुशी है. तेज बारिश के बाद आगामी फसल के लिए यह बारिश सोना साबित हुई. किसान अब आगामी बाजरा, ग्वार सहित दलहन की फसल बोने को तैयार हैं.