नूंह: हरियाणा के नूंह में नशा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में मेवात को नशा मुक्त बनाना सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए बढ़ी चुनौती बन गया है. मेवात जिले में युवा तेजी से नशे की चपेट में आ रहे हैं. पूरे जिले में नशे का कारोबार भी तेजी से फैल रहा है. जिसमें जिले के बड़े-बड़े रैकेट शामिल हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक, ड्रग तस्कर जिले में गांजा, चरस, अफीम, शराब आदि की तस्करी कर लाखों रुपये का कारोबार करते हैं. इतना ही नहीं, ये नशा तस्कर बच्चों को अपना निशाना बना रहे हैं.
खुलेआम हो रहा नशाखोरी का धंधा: नशे के बढ़ते कारोबार की वजह से शहर से लेकर गांव तक मेवात का हर इलाका नशे की गिरफ्त में आ गया है. पूरे जिले को नशे की लत से मुक्त करने के लिए प्रशासन द्वारा तरह-तरह के अभियान चला रहे हैं. लेकिन सभी अभियान स्थानीय प्रशासन के चलते खोखले होते जा रहे हैं. ताजा मामला नगीना गांव से भी सामने आया है. जहां पर खुलेआम नशा तस्करी का कारोबार किया जा रहा है. गांव नगीना के लोगों ने बताया कि गांव में खुलेआम नशा तस्करी की जा रही है. छोटे-छोटे बच्चों को भी नशे का आदि बनाया जा रहा है. जिससे बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है.
नशा तस्करों में नहीं कानून का खौफ: गांव तक मेवात का हर इलाका नशे की गिरफ्त में है. कई बार ग्रामीणों द्वारा नशा खरीदने वालों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया जाता है. लेकिन पुलिस भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती. ऐसे में नशे का कारोबार खूब फल-फूल रहा है. नशे की वजह से पूरा माहौल खराब हो गया है. यहां पर न तो बच्चियां सुरक्षित है न ही बहन-बेटियां सुरक्षित हैं. यहां पर नशा तस्कर और नशा खरीदने वाले अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. यहां पर लड़की अकेले चल नहीं सकती. बच्चियों का स्कूल तक जाना दुर्भर हो गया है. ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि जल्दी नशा तस्करों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए. ऐसे लोगों के साथ सख्ती से निपटा जाए.