फिरोजाबाद: नशे की लत आज की युवा पीढ़ी के भविष्य को बर्बाद कर रही है. बाबजूद इसके आज के युवाओं में इसका सेवन तेजी से बढ़ता जा रहा है. स्मेक,चरस,गांजा, शराब ऐसे घातक पदार्थों का सेवन कर युवा तमाम तरीके की बीमारियों के भी शिकार हो रहे है. फिरोजाबाद के युवाओं में नशे की लत न लगे और वह खुशहाल जिंदगी जी सकें, इसके लिए धर्मगुरु भी आगे आये है. यहां मुस्लिम इलाके में एक नशामुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसके जरिये युवाओं को नशे से दूर रहने की सीख दी गयी.
शहर के रामगढ़ इलाके में आयोजित नशा मुक्ति अभियान कार्यक्रम में कई धर्मगुरुओं ने हिस्सा लिया. धर्मगुरुओं ने कहा, कि नशे के खिलाफ एकजुट होकर हम सभी को मिलकर दानव रूपी नशे का खात्मा करने का प्रयास करना चाहिये. कार्यक्रम में ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अखिलेश भदोरिया,सीओ सिटी अरुण कुमार चौरसिया के अलावा सभी धर्मो के धर्म गुरु शिक्षाविद, व्यापार मंडल सामाजिक जिम्मेदार इस कार्यक्रम में मौजूद रहे. सिख धर्म गुरु हेड गुरुद्वारा ज्ञानी करनैल सिंह, व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष रविंद्र लाल तिवारी, शिक्षाविद डॉ. मयंक भटनागर, मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना तनवीर उल कादरी, हाफिज रफीउद्दीन, हाफिज अरशद रजवी, हिकमत उल्ला खान, मौजूद रहे.
कार्यक्रम में आए हुए सभी मेहमानों ने नशे के खिलाफ बारीकी से समझाया. ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अखिलेश भदोरिया ने कहा, दानव रूपी नशा जो हमारे समाज में पैर पसार रहा है और लोगों के भविष्य को खराब कर रहा है. जिससे परिवार नष्ट हो रहे हैं. सिगरेट, चरस, स्मैक, इंजेक्शन, शराब या गोली का नशा करने से आर्थिक शरीर कमजोर होते हैं. अंत में नशा इंसान की जान लेकर ही रहता है. इसलिए, हम सब मिलकर नशे के खिलाफ एकजुट होकर अपने-अपने मोहल्ले क्षेत्र गली में अपने नौजवानों और बच्चों को जागरूक करें.
सिख धर्म गुरु ज्ञानी करनैल सिंह ने कहा, वाहेगुरु, ईश्वर,अल्लाह ने हर तरह के नशे के लिए मना किया है. क्योंकि नशा शरीर के साथ-साथ पूरे परिवार को नष्ट कर देता है. व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष रविंद्र लाल तिवारी ने कहा, कि हमारा मजदूर भाई दिन भर आग में जलकर मेहनत करके मजदूरी लेकर जब वापस आता है, तो वह उसे पैसे से शराब या कोई भी नशा करता है, तो अपने परिवार को बर्बाद कर देता है.
शिक्षाविद डॉक्टर मयंक भटनागर ने कहा, कि आजकल के बच्चे, नौजवान नशे के आदि हो रहे हैं. बच्चे अपने बसतो में सिगरेट और नशे के समान स्कूल में भी रखकर लाने लगे हैं. टीचर के साथ बच्चों के परिवार वालों की ज्यादा जिम्मेदारी होती है, क्योंकि बच्चा घर मोहल्ले मां-बाप के साथ ज्यादा टाइम बीताता है तो परिजनों की सबसे ज्यादा जिम्मेदारी होती है, कि अपने बच्चों को देखें कि वह क्या-क्या है. हमारे बच्चे नशे की लत मैं तो नहीं पढ़ रहे हैं.
धर्मगुरु मौलाना तनवीर उल कादरी, हाफिज रफीउद्दीन कादरी ने कहा, कि इस्लाम में नशा हर तरह से हराम है. किसी भी तरह का नशा करने के बाद न तो उसकी नमाज होती है, ना ही उसकी दुआ कबूल है. हाफिज अरशद रजवी करबला कमेटी के अध्यक्ष हिकमत उल्ला खान ने कहा, यह समाज नशा करने वालों को बहुत ही गंदी नजर से देखता है.नशा जान लेकर ही रहता है. इसलिए नशे जैसी बुरी लत से बचें.नशा मुक्ति कार्यक्रम में कार्यक्रम संयोजक मौलाना अजीम रजा ने भी युवाओं से कहा, कि वह नशे से दूर रहें.
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