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मैजेंटा लाइन पर चालक रहित मेट्रो का संचालन शुरू, डीएमआरसी दुनिया के 7% ड्राइवर लेस मेट्रो नेटवर्क में शामिल - driverless metro operation started

driverless metro operation started IN DELHI : दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन ने अब पूरी तरह से चालक रहित मेट्रो का संचालन सोमवार एक जुलाई से शुरू कर दिया. मैजेंटा लाइन पर बिना चालक के मेट्रो का संचालन शुरू करने से 29 ट्रेनों से ड्राइवर केबिन को हटा दिया गया है. इससे लोगों के लिए और जगह बन गई है.

मैजेंटा लाइन पर पूरी तरह चालक रहित मेट्रो का संचालन शुरू
मैजेंटा लाइन पर पूरी तरह चालक रहित मेट्रो का संचालन शुरू (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jul 1, 2024, 7:58 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) ने मैजेंटा लाइन को अब पूरी तरह से चालक रहित कर दिया. मैजेंटा लाइन पर बिना चालक के मेट्रो का संचालन सोमवार से शुरू हो गया. इस लाइन पर 29 ट्रेनों से ड्राइवर केबिन को हटा दिया गया है. इससे यात्रियों के लिए जगह भी बढ़ गई है. डीएमआरसी चौथे चरण के गलियारे का निर्माण कर रहा है. इस गलियारे पर चालक रहित संचालन के लिए 312 मेट्रो कोच यानी कुल 52 ट्रेनें खरीदेगा.

डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा कि दिल्ली मेट्रो प्रणाली में चालक रहित ट्रेनें एक स्मार्ट, अधिक कुशल और सुरक्षित सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की दिशा में बड़ी प्रगति का संकेत देती हैं. जो भारत में शहरी परिवहन के लिए नए मानक स्थापित करती हैं. चालक रहित ट्रेन संचालन पहली बार दिसंबर 2020 में मैजेंटा लाइन (दिल्ली के जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन) पर शुरू किया गया था.

इस लाइन पर 25 मेट्रो स्टेशन हैं. इस लाइन की दूरी करीब 37 किमी है. नवंबर 2021 में पिंक लाइन (मजलिस पार्क से शिव विहार) पर चालक रहित मेट्रो का संचालन शुरू किया गया था. यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने और अधिक जगह प्रदान करने के लिए मैजेंटा लाइन पर मेट्रो ट्रेनों से ड्राइवरों के केबिन को हटा दिया गया हैं. इससे ट्रेनें पूरी तरह से स्वचालित हो गई हैं.

दिल्ली मेट्रो का पूरी तरह से स्वचालित नेटवर्क वर्तमान में लगभग 97 किमी है. मैजेंटा और पिंक दोनों लाइनों पर स्वचलित मेट्रो ट्रेनें चल रही हैं. भारत भी अब चालक रहित ट्रेन संचालन नेटवर्क बन गया है. अनुज दयाल के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर ड्राइवरलेस ट्रेनों की शुरुआत के साथ डीएमआरसी दुनिया के उन 7 प्रतिशत मेट्रो नेटवर्क में शामिल हो गया है, जो बिना ड्राइवर के चल सकते हैं.

ये भी पढ़ें : जनकपुरी से बॉटैनिकल गार्डन रूट पर मेट्रो में आई खराबी, लोगों को झेलनी पड़ी परेशानी

चालक रहित ट्रेन संचालन मानवीय हस्तक्षेप और मानवीय त्रुटि को कम करती है. यह सेवाओं के लिए कोच की उपलब्धता में सुधार करने में भी मदद करती है. चालक रहित ट्रेन इंडक्शन से पहले जांच की मैन्युअल प्रक्रिया को खत्म कर देती है. जिससे ट्रेन ऑपरेटरों पर बोझ कम होता है. डिपो में स्टेबलिंग लाइन पर पार्किंग भी अपने आप हो जाती है. ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी निगरानी और बेहतर सुरक्षा के लिए रीयल-टाइम ट्रैक मॉनिटरिंग है. एलसीडी डिस्प्ले, एलईडी बैकलाइटिंग और लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग के साथ एक डिजिटल रूट मैप पहली बार पेश किया गया है.

ये भी पढ़ें : दिल्ली मेट्रो फेज-4 की मैजेंटा लाइन पर टनलिंग का काम हुआ पूरा

नई दिल्लीः दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) ने मैजेंटा लाइन को अब पूरी तरह से चालक रहित कर दिया. मैजेंटा लाइन पर बिना चालक के मेट्रो का संचालन सोमवार से शुरू हो गया. इस लाइन पर 29 ट्रेनों से ड्राइवर केबिन को हटा दिया गया है. इससे यात्रियों के लिए जगह भी बढ़ गई है. डीएमआरसी चौथे चरण के गलियारे का निर्माण कर रहा है. इस गलियारे पर चालक रहित संचालन के लिए 312 मेट्रो कोच यानी कुल 52 ट्रेनें खरीदेगा.

डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा कि दिल्ली मेट्रो प्रणाली में चालक रहित ट्रेनें एक स्मार्ट, अधिक कुशल और सुरक्षित सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की दिशा में बड़ी प्रगति का संकेत देती हैं. जो भारत में शहरी परिवहन के लिए नए मानक स्थापित करती हैं. चालक रहित ट्रेन संचालन पहली बार दिसंबर 2020 में मैजेंटा लाइन (दिल्ली के जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन) पर शुरू किया गया था.

इस लाइन पर 25 मेट्रो स्टेशन हैं. इस लाइन की दूरी करीब 37 किमी है. नवंबर 2021 में पिंक लाइन (मजलिस पार्क से शिव विहार) पर चालक रहित मेट्रो का संचालन शुरू किया गया था. यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने और अधिक जगह प्रदान करने के लिए मैजेंटा लाइन पर मेट्रो ट्रेनों से ड्राइवरों के केबिन को हटा दिया गया हैं. इससे ट्रेनें पूरी तरह से स्वचालित हो गई हैं.

दिल्ली मेट्रो का पूरी तरह से स्वचालित नेटवर्क वर्तमान में लगभग 97 किमी है. मैजेंटा और पिंक दोनों लाइनों पर स्वचलित मेट्रो ट्रेनें चल रही हैं. भारत भी अब चालक रहित ट्रेन संचालन नेटवर्क बन गया है. अनुज दयाल के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर ड्राइवरलेस ट्रेनों की शुरुआत के साथ डीएमआरसी दुनिया के उन 7 प्रतिशत मेट्रो नेटवर्क में शामिल हो गया है, जो बिना ड्राइवर के चल सकते हैं.

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चालक रहित ट्रेन संचालन मानवीय हस्तक्षेप और मानवीय त्रुटि को कम करती है. यह सेवाओं के लिए कोच की उपलब्धता में सुधार करने में भी मदद करती है. चालक रहित ट्रेन इंडक्शन से पहले जांच की मैन्युअल प्रक्रिया को खत्म कर देती है. जिससे ट्रेन ऑपरेटरों पर बोझ कम होता है. डिपो में स्टेबलिंग लाइन पर पार्किंग भी अपने आप हो जाती है. ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी निगरानी और बेहतर सुरक्षा के लिए रीयल-टाइम ट्रैक मॉनिटरिंग है. एलसीडी डिस्प्ले, एलईडी बैकलाइटिंग और लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग के साथ एक डिजिटल रूट मैप पहली बार पेश किया गया है.

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