दुमकाः झारखंड की उपराजधानी दुमका में आज महासप्तमी के अवसर पर पूजा पंडालों के पट खुले और भक्तों को मां दुर्गा ने दर्शन दिए. अहले सुबह मंदिर से भक्त कलश में जल लाने के लिए ढाक - ढोल - मंजीरों के साथ बड़ा बांध तालाब पहुंचे. लोगों में काफी उत्साह नजर आया, वे माता रानी की भक्ति में डूबे दिखे. तालाब से जल उठाकर वे वापस मंदिर पहुंचे और मां दुर्गा की पूजा की. हालांकि इस बार पूजा की तिथियों को लेकर असमंजस की स्थिति है पर भक्ति में कहीं कोई कमी नजर नहीं आई. मां दुर्गा के प्रति आस्था विश्वास चरम पर नजर आया.
पश्चिम बंगाल की सीमा से सटा है दुमका, दुर्गा पूजा की रहती है काफी धूम
झारखंड की उपराजधानी दुमका पक्षिम बंगाल की सीमा से सटे होने के कारण यहां दुर्गा पूजा बड़े धूमधाम से की जाती है. दुर्गा पूजा के लिए शहर और आसपास में 50 से अधिक स्थानों पर भव्य और आकर्षक पंडाल बनाया गया है. आज महासप्तमी पूजा बेलभरनी के आगमन के साथ मां दुर्गा की पूजा का विधिवत शुभारंभ हो गया, जो इस बार तीन दिनों तक चलेगी. सुबह तीन बजे से ही लोग मां दुर्गा के आह्वान को लेकर उत्साहित दिखे और ढाक की ताल पर मां दुर्गा का आगमन हुआ.
दुमका के दुर्गा स्थान में भक्तों की उमड़ी भीड़
दुमका का दुर्गा स्थान मंदिर आस्था का केंद्र माना जाता है. लगभग 160 वर्षों से यहां पूजा हो रही है. आज यहां मां दुर्गा का विधिवत पूजा आरंभ हुआ. यहां बांग्ला पद्दति से पूजा अर्चना की जाती है, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र होता है. मां दुर्गा के आगमन के साथ श्रद्धालुओं में काफी खुशी है और वे माता रानी से सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं.
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