पटना: बिहार के गया की रहने वाली डॉली वर्णवाल ने मिसेज ब्यूटी मॉम्स ऑफ बिहार सीजन 4 का खिताब अपने नाम किया है. डॉली वर्णवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि बचपन का सपना था मॉडलिंग करना, बचपन में करियर बनाने की चिंता थी, इसलिए मॉडलिंग को दरकिनार कर करियर बनाया. अब मॉम बनने के बाद मिसेज ब्यूटी मॉम्स ऑफ बिहार का ताज अपने नाम कर सपने को सरकार किया है.
पति से मिला सपोर्ट: डॉली वर्णवाल ने कहा कि शादी होने के बाद मैं मॉडलिंग करने की कोशिश कर रही थीं लेकिन एक गृहिणी होने के कारण घर परिवार की जिम्मेवारी को लेकर मॉडलिंग नहीं कर पाई. उनकी बेटी को उन्होंने डांस क्लास में एडमिशन दिलाया. डांस क्लास के सर ने उन्हें मॉडलिंग करने की सलाह दी. उन्हें लगा कि बचपन का शौक है क्यों ना मॉडलिंग करके सपने को पूरा किया जाए. जिसके बाद उनके पति ने भी उन्हें सपोर्ट किया.
मिसेज ब्यूटी मॉम्स ऑफ बिहार है 'अच्छा प्लेटफार्म': डॉली ने बताया कि वो एक गृहिणी के साथ-साथ शिक्षिका भी थी. बच्चों के परवरिश के लिए उन्होंने पढ़ाना छोड़ दिया. आज परिवार के सहयोग से वो यहां तक पहुंची हैं. उनके परिवार के सभी लोगों का पूरा सहयोग रहा है और उम्मीद है कि आगे भी रहेगा. डॉली वर्णवाल ने कहा कि मिसेज ब्यूटी मॉम्स ऑफ बिहार अच्छा प्लेटफार्म है. महिला अपने घर के कामकाज के साथ अपने हुनर को दिखाकर अपनी प्रतिभा से लोहा मनवा सकती हैं.
"अगर मुझे मौका मिलता है तो मैं भी किसी धारावाहिक या भोजपुरी सिनेमा में काम करूंगी. मिसेज ब्यूटी मॉम्स ऑफ बिहार के लिए 15 महिलाओं ने निर्णायकों के साथ में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया था लेकिन मैं अपने आप को खुश नसीब समझती हूं कि मुझे यह ताज मिला है."-डॉली वर्णवाल, विजेता, मिसेज ब्यूटी मॉम्स ऑफ बिहार
15 महिलाओं ने लिया भाग: बता दें कि न्यू बूगी वूगी अकादमी के द्वारा पटना में मिसेज ब्यूटी मॉम्स आफ बिहार सीजन 4 का ग्रांड फिनाले का आयोजन किया गया था. जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से 15 महिलाओं ने अपने प्रतिभा को दिखाया. प्रतिभागियों का चयन तीन राउंड के प्रदर्शन के आधार पर किया गया. इस शो की विजेता डॉली वर्णवाल रही, जबकि पहले रनर अप डॉक्टर पिंकी रंजन और दूसरी रनर अप विनीता सिंह रही है.
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