जमुई: बिहार के जमुई में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही का एक मामला सामने आया है. यहां सरकारी अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए लगाए गए बेड पर कुत्ते के आराम फरमाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो लक्ष्मीपुर रेफरल अस्पताल का बताया जाता है. वीडियो स्थानीय युवक के द्वारा बना कर वायरल किया गया है.
अस्पताल के बेड पर कुत्ता..जमीन पर मरीज: वायरल वीडियो सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों की पोल खोल रही है. सरकारी अस्पताल के बेड पर कुत्ता आराम फरमा रहे है. वायरल वीडियो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. वीडियो मंगलवार रात का बताया जाता है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कुत्ता अस्पताल में बेड पर काफी देर तक बड़े आराम से सोता रहा.
अस्पताल में दिखा सन्नाटा: हैरानी इस बात की है कि किसी भी सुरक्षाकर्मी या अस्पताल के स्टाफ ने इसे भगाने की कोशिश नहीं की. वीडियो बना रहे युवक को कहते सुना जा रहा है कि देख रहे हो पूरा सन्नाटा है. इस दौरान युवक के साथ एक छोटा बच्चा भी वीडियो में दिख रहा है. जो सिस्टर को खोज रहा है. लगता है कोई ड्यूटी पर नहीं है. सिर्फ कुत्ता है यहां पर.
'भगाने गए तो कुत्ता हमें काट लेगा'- महिला स्वास्थ्यकर्मी: लक्ष्मीपुर रेफरल अस्पताल में गार्ड के चेयर और टेबल भी खाली पड़े हुए हैं. पूरा अस्पताल सुनसान पड़ा हुआ था. वायरल वीडियो में साफ तौर पर अस्पताल के वार्ड में मरीजों के बेड पर एक कुत्ता बकायदा आराम फरमाते दिख रहा है. इस दौरान वीडियो बना रहे युवक के द्वारा महिला स्वास्थ्य कर्मी को इसकी जानकारी भी दी गई लेकिन महिला स्वास्थ्य कर्मी ने कुत्ता काटने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया.
प्रभारी चिकित्सक का बयान: इस मामले को लेकर लक्ष्मीपुर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डॉ. डीके धुसिया ने बताया कि "पुरानी बिल्डिंग है, एक ही रास्ता है. जिसके कारण गेट खुला रहता है. इस कारण आ गया होगा जो गलत है. इस तरह की घटना अच्छी नहीं है. आगे इसका ख्याल रखेंगे. रात में दो एनएम और गार्ड की ड्यूटी रहती है. अस्पताल में दो डॉक्टर की ड्यूटी है."
'भविष्य में इस तरह की गलती नहीं होगी': वहीं सिविल सर्जन कुमार महेंद्र प्रताप ने बताया कि मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है. जानकारी मिलते ही तुरंत फोन लगाकर प्रभारी को अच्छी खासी नसीहत दे दी गई है. प्रभारी ने कहा कि भविष्य में इस तरह की गलती नहीं होगी.
"मुझे संबंधित कर्मियों पर एक्शन लेने को कहा गया है. यह घटना बहुत ही भद्दी है. इस तरह की घटना की पूर्णावृति नहीं होनी चाहिए."-कुमार महेंद्र प्रताप,सिविल सर्जन
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