पंचकूला: हरियाणा के युवाओं के लिए खुशखबरी है. दरअसल हरियाणा सरकार इस साल 31 दिसंबर से पहले करीब 777 पदों पर डॉक्टरों की भर्ती करने जा रही है. सरकार की तरफ से कहा गया है कि प्रदेश में 718 उप स्वास्थ्य केंद्र, 82 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 25 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी बनाए जाएंगे. प्रसूति एवं स्त्री रोग वार्डों को हाईटेक करने पर भी बजट का 10% हिस्सा खर्च किया जाएगा. जन-कल्याण की दिशा में प्रदेश सरकार गरीबों का इलाज करने वाले सरकारी डॉक्टरों को भी कॉर्पस फंड से 5% बोनस देगी.
मेडिकल स्टूडेंट्स में जगी उम्मीद: मेडिकल के छात्र भी अब अपने उज्जवल भविष्य के लिए हरियाणा की ओर देख रहे हैं. स्टूडेंट्स को उम्मीद है कि हरियाणा में उन्हें आगामी समय में स्थाई नौकरी के कई सरकारी और निजी अवसर प्राप्त होंगे. क्योंकि प्रदेश सरकार राज्य में कई मेडिकल कॉलेज व अस्पताल खोलने की दिशा में काम कर रही है.
राज्य में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाईं: हरियाणा में बीते 9 साल में एमबीबीएस की सीटें 700 से बढ़ाकर 2185 की गई हैं. पीजी (स्नातकोत्तर) की सीटें भी 289 से बढ़ाकर 851 की गई हैं. स्वास्थ्य बजट को भी 2800 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 9647 करोड़ रुपये किया जा चुका है. साथ ही प्रदेश में मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज, होम्योपैथिक कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है.
पंचकूला में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पंचकूला में भी एक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की आधारशिला रख चुके हैं. सेक्टर 32 में 30 एकड़ भूमि पर बनने वाले इस डॉक्टर मंगल सेन नामक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निर्माण कार्य करीब 800 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पूरा किया जाएगा.
हर जिला अस्पताल में आईसीयू व ट्रॉमा सेंटर: हरियाणा की भाजपा सरकार अब हर जिला अस्पताल में आईसीयू और ट्रॉमा सेंटर खोलने की तैयारी में है. गुरुग्राम, रोहतक, करनाल, पानीपत व अंबाला समेत 6 जिलों में आईसीयू तैयार किया जा चुके हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इनका उद्घाटन जल्द करेंगे.
6 महीने में निर्माणाधीन कार्य होगा पूरा: गुरुग्राम में शीतला माता मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन है. इसका शेष कामकाज आगामी 6 महीने में पूरा करने के निर्देश दिए जा चुके हैं. गुरुग्राम के सेक्टर-10 में भी नया मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा, जिसमें 700 बिस्तर वाला अस्पताल होगा. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने भी बीते दिनों अधिकारियों को बैठक में लंबित कामकाज तेजी से पूरा करवाने के निर्देश दिए. उन्होंने सभी सिविल अस्पतालों में टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर चस्पा करने के निर्देश भी दिए.
इलाज पर डेढ़ लाख खर्च देगा स्वास्थ्य विभाग: स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई नागरिक राज्य में हुए सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को नजदीकी सरकारी या निजी अस्पताल पहुंचाता है तो 7 दिन तक उसके इलाज पर आने वाले खर्च में से डेढ़ लाख रुपये की धनराशि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जाएगी. इसके अलावा राज्य के सभी 26 सरकारी अस्पतालों और 15 सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी निशुल्क किया जाएगा.