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वरुणावत भूस्खलन: डीएम ने गठित की तकनीकी समिति, जल्द जांच रिपोर्ट सौंपने के दिए निर्देश - Varunavat Landslide in Uttarkashi

Uttarkashi Varunavat Landslide भारी बारिश से वरुणावत की तलहटी गोफियारा क्षेत्र में भूस्खलन से बोल्डर और मलबा गिरने से लोगों में हड़कंप मच गया. बीती रात क्षेत्र के लोग घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे. वहीं सुरक्षा की दृष्टि से डीएम ने तकनीकी समिति गठित कर जल्द रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं.

Uttarkashi Varunavat Landslide
उत्तरकाशी वरुणावत की पहाड़ी से भूस्खलन (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 28, 2024, 1:13 PM IST

Updated : Aug 28, 2024, 1:27 PM IST

डीएम ने गठित की तकनीकी समिति (Video- ETV Bharat)

उत्तरकाशी: बीती रात वरुणावत पर्वत ने फिर रौद्र रूप दिखाया.आवासीय क्षेत्र में वरुणावत पर्वत से अचानक बोल्डर गिरने से अफरा तफरी मच गई. वहीं स्थानीय लोगों ने भाग कर जान बचाई. जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने वरुणावत पर्वत से लगे गोफियारा क्षेत्र के लिए तकनीकी समिति गठित की है. साथ ही समिति को सायं 4 बजे तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.

पूर्व विधायक ने लिया जायजा: वहीं उत्तरकाशी में तेज बारिश के बाद भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र का पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने किया स्थलीय निरीक्षण. उत्तरकाशी मुख्यालय में कल रात हुई तेज बारिश के कारण वरुणावत पर्वत की तलहटी पर गोफियारा के पास काफी भूस्खलन हुआ है. पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से मुलाकात की.

हर संभव मदद का दिया भरोसा: इस दौरान उन्होंने प्रशासन से वार्ता कर खतरे की जद में खड़े संवेदनशील स्थानों से लोगों को जल्द सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की अपील की. साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकलन करने व प्रभावितों को हर संभव मदद करने की मांग की.उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व संबंधित विभाग पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है. इस मुश्किल वक्त में हम सब प्रभावितों के साथ खड़े हैं.

समित में विभागों के अधिकारियों को किया शामिल: जिलाधिकारी ने इस समिति को आज ही प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण एवं सर्वेक्षण कर गिरे बोल्डर एवं पत्थर के कारण, प्रभाव पूर्व में सुरक्षा हेतु लगायी गयी रेलिंग की क्षति, रास्ता एवं गिरे बोल्डर पत्थरों के उपचार हेतु तात्कालिक एवं दीर्घकालिक उपाय एवं बोल्डर पत्थरों से प्रभावित होने वाले क्षेत्र आदि के संबंध में संयुक्त विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। वहीं समिति के सदस्य प्रभावित क्षेत्र के सर्वेक्षण के लिए रवाना हो गए हैं.

बाधित मार्गों पर यातायात शुरू: गंगोत्री मार्ग सहित उत्तरकाशी-घनसाली-तिलवाड़ा मार्ग पर यातायात सुचारू हो गया है. इन मार्गों पर कुछ जगहों पर मलबा आने से रात्रि में यातायात अवरूद्ध हो गया था. उधर तेखला-महिडाण्डा सड़क किमी 6 पर क्षतिग्रस्त हुई है, जिसके पुनर्निर्माण का कार्य गतिमान है. इस मार्ग पर जल्द यातायात बहाल कर दिए जाने की संभावना है.

बता दें कि उत्तरकाशी में साल 2003 में वरुणावत पर्वत से भारी भूस्खलन हुआ था, जिसके चलते कई बहुमंजिला होटल ध्वस्त हो गए थे,

पढ़ें-उत्तरकाशी में फिर वरुणावत पर्वत से भूस्खलन, मलबे में दबे कई वाहन, पहाड़ी से बोल्डर गिरने से दहशत में लोग

डीएम ने गठित की तकनीकी समिति (Video- ETV Bharat)

उत्तरकाशी: बीती रात वरुणावत पर्वत ने फिर रौद्र रूप दिखाया.आवासीय क्षेत्र में वरुणावत पर्वत से अचानक बोल्डर गिरने से अफरा तफरी मच गई. वहीं स्थानीय लोगों ने भाग कर जान बचाई. जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने वरुणावत पर्वत से लगे गोफियारा क्षेत्र के लिए तकनीकी समिति गठित की है. साथ ही समिति को सायं 4 बजे तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.

पूर्व विधायक ने लिया जायजा: वहीं उत्तरकाशी में तेज बारिश के बाद भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र का पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने किया स्थलीय निरीक्षण. उत्तरकाशी मुख्यालय में कल रात हुई तेज बारिश के कारण वरुणावत पर्वत की तलहटी पर गोफियारा के पास काफी भूस्खलन हुआ है. पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से मुलाकात की.

हर संभव मदद का दिया भरोसा: इस दौरान उन्होंने प्रशासन से वार्ता कर खतरे की जद में खड़े संवेदनशील स्थानों से लोगों को जल्द सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की अपील की. साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकलन करने व प्रभावितों को हर संभव मदद करने की मांग की.उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व संबंधित विभाग पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है. इस मुश्किल वक्त में हम सब प्रभावितों के साथ खड़े हैं.

समित में विभागों के अधिकारियों को किया शामिल: जिलाधिकारी ने इस समिति को आज ही प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण एवं सर्वेक्षण कर गिरे बोल्डर एवं पत्थर के कारण, प्रभाव पूर्व में सुरक्षा हेतु लगायी गयी रेलिंग की क्षति, रास्ता एवं गिरे बोल्डर पत्थरों के उपचार हेतु तात्कालिक एवं दीर्घकालिक उपाय एवं बोल्डर पत्थरों से प्रभावित होने वाले क्षेत्र आदि के संबंध में संयुक्त विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। वहीं समिति के सदस्य प्रभावित क्षेत्र के सर्वेक्षण के लिए रवाना हो गए हैं.

बाधित मार्गों पर यातायात शुरू: गंगोत्री मार्ग सहित उत्तरकाशी-घनसाली-तिलवाड़ा मार्ग पर यातायात सुचारू हो गया है. इन मार्गों पर कुछ जगहों पर मलबा आने से रात्रि में यातायात अवरूद्ध हो गया था. उधर तेखला-महिडाण्डा सड़क किमी 6 पर क्षतिग्रस्त हुई है, जिसके पुनर्निर्माण का कार्य गतिमान है. इस मार्ग पर जल्द यातायात बहाल कर दिए जाने की संभावना है.

बता दें कि उत्तरकाशी में साल 2003 में वरुणावत पर्वत से भारी भूस्खलन हुआ था, जिसके चलते कई बहुमंजिला होटल ध्वस्त हो गए थे,

पढ़ें-उत्तरकाशी में फिर वरुणावत पर्वत से भूस्खलन, मलबे में दबे कई वाहन, पहाड़ी से बोल्डर गिरने से दहशत में लोग

Last Updated : Aug 28, 2024, 1:27 PM IST
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