उत्तरकाशी: बीती रात वरुणावत पर्वत ने फिर रौद्र रूप दिखाया.आवासीय क्षेत्र में वरुणावत पर्वत से अचानक बोल्डर गिरने से अफरा तफरी मच गई. वहीं स्थानीय लोगों ने भाग कर जान बचाई. जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने वरुणावत पर्वत से लगे गोफियारा क्षेत्र के लिए तकनीकी समिति गठित की है. साथ ही समिति को सायं 4 बजे तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.
पूर्व विधायक ने लिया जायजा: वहीं उत्तरकाशी में तेज बारिश के बाद भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र का पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने किया स्थलीय निरीक्षण. उत्तरकाशी मुख्यालय में कल रात हुई तेज बारिश के कारण वरुणावत पर्वत की तलहटी पर गोफियारा के पास काफी भूस्खलन हुआ है. पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से मुलाकात की.
उत्तरकाशी- देर रात भारी बारिश के कारण गुफियारा के पास वरुणावत पर्वत पर भूस्खलन होने से जिन लोगों शिफ्ट किया गया था वह अपने घर वापस आ गये हैं, यातायात सुचारु, मौसम अनुकूल और स्थिति सामान्य है। उपरोक्त संबंध में SP उत्तरकाशी श्री अर्पण यदुवंशी जी की बाइट।@UttarkashiPol pic.twitter.com/la6meIbczH
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) August 28, 2024
हर संभव मदद का दिया भरोसा: इस दौरान उन्होंने प्रशासन से वार्ता कर खतरे की जद में खड़े संवेदनशील स्थानों से लोगों को जल्द सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की अपील की. साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकलन करने व प्रभावितों को हर संभव मदद करने की मांग की.उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व संबंधित विभाग पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है. इस मुश्किल वक्त में हम सब प्रभावितों के साथ खड़े हैं.
समित में विभागों के अधिकारियों को किया शामिल: जिलाधिकारी ने इस समिति को आज ही प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण एवं सर्वेक्षण कर गिरे बोल्डर एवं पत्थर के कारण, प्रभाव पूर्व में सुरक्षा हेतु लगायी गयी रेलिंग की क्षति, रास्ता एवं गिरे बोल्डर पत्थरों के उपचार हेतु तात्कालिक एवं दीर्घकालिक उपाय एवं बोल्डर पत्थरों से प्रभावित होने वाले क्षेत्र आदि के संबंध में संयुक्त विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। वहीं समिति के सदस्य प्रभावित क्षेत्र के सर्वेक्षण के लिए रवाना हो गए हैं.
बाधित मार्गों पर यातायात शुरू: गंगोत्री मार्ग सहित उत्तरकाशी-घनसाली-तिलवाड़ा मार्ग पर यातायात सुचारू हो गया है. इन मार्गों पर कुछ जगहों पर मलबा आने से रात्रि में यातायात अवरूद्ध हो गया था. उधर तेखला-महिडाण्डा सड़क किमी 6 पर क्षतिग्रस्त हुई है, जिसके पुनर्निर्माण का कार्य गतिमान है. इस मार्ग पर जल्द यातायात बहाल कर दिए जाने की संभावना है.
बता दें कि उत्तरकाशी में साल 2003 में वरुणावत पर्वत से भारी भूस्खलन हुआ था, जिसके चलते कई बहुमंजिला होटल ध्वस्त हो गए थे,