जयपुर: जिला कलेक्ट्रेट में गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई हुई, जिसमें आम जनता के साथ ही जनप्रतिनिधियों ने भी अपने क्षेत्र की समस्याओं से प्रशासन को अवगत कराया. जनसुनवाई में कुल 241 प्रकरण आए, जिसमें से जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने कुछ प्रकरणों का हाथों हाथ निपटारा किया. समस्याओं के समाधान के बाद कुछ फरियादियों के चेहरे खुशी से खिल गए. कलेक्ट्रेट सभागार में हुई जनसुनवाई में फरियादियों की भीड़ उमड़ी. लोग अतिक्रमण हटवाने, पेंशन शुरू करवाने, छात्रवृत्ति, सरकार की योजनाओं का लाभ दिलवाने, पेयजल की सप्लाई सुचारू कराने, पत्थरगढ़ी, कृषि भूमि में आवागमन के लिए रास्ता खुलवाने, वृद्धावस्था पेंशन, सड़क, पट्टा बनवाने, नामांतरण, जमीन विवाद सहित अन्य समस्याओं को लेकर पहुंचे.
जनसुनवाई में शुरुआत में चौमूं से जुड़े प्रकरण अधिक आए. जब कलेक्टर ने चौमूं नगर परिषद कमिश्नर से उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो पता चला कि वे जनसुनवाई में मौजूद नहीं है. इस पर जिला कलेक्टर ने नाराजगी जताई. उनके अधीनस्थ कर्मचारी ने बताया कि कमिश्नर डीएलबी ऑफिस गए हुए हैं. इस पर कलेक्टर सोनी ने डीएलबी कमिश्नर को फोन किया और कमिश्नर के बारे में शिकायत की. जिला कलेक्टर ने अधीनस्थ अधिकारी को कहा कि वह जल्द से जल्द कमिश्नर को मैसेज पहुंचाएं और उन्हें कहे कि वह जनसुनवाई में उपस्थित हों.
कमिश्नर ने मांगी माफी: चौमूं विधायक शिखा मील ने भी कमिश्नर की कार्यशैली को लेकर भी नाराजगी जताई और कहा कि वहां होने वाले कार्यों की जांच होनी चाहिए. कुछ देर बाद कमिश्नर दिलीप शर्मा जनसुनवाई में पहुंचे और गैरहाजिर रहने पर जिला कलेक्टर से माफी मांगी.उन्होंने कहा कि भविष्य में अब ऐसा नहीं होगा. विधायक शिखा ने जनसुनवाई में अपने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि चौमूं से बांसा जाने वाली रोडवेज बस को भी बंद कर दिया गया और बस स्टैंड पर स्टाफ भी कम कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में कई जगह अतिक्रमण हो गए है और जगह जगह पानी भरा हुआ है.
विधायक बालमुकुंदाचार्य ने भी उठाए मुद्दे: जनसुनवाई में विधायक बालमुकुंदाचार्य ने ग्राम मानपुर सडा, पटवार हल्का जयसिंहपुरा खोर, गोविंददेवजी मंदिर की भूमि पर भू-माफियाओं के कब्जे का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि पहले भी संबंधित अधिकारियों और विभाग को इस संबंध में अवगत कराया गया, लेकिन आज तक मंदिर माफी की जमीन से अतिक्रमण को नहीं हटाया गया. उन्होने जयसिंहपुरा खोर पटवारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.उन्होने कहा कि पटवारी ने जयसिंहपुरा खोर में 22 बीघा जमीन पर स्टे होने के बावजूद नामांतरण खोल दिया. उन्होंने जयपुर शहर में अवैध रूप से संचालित क्लीनिकों की जांच कराने की मांग की. हाथोज राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय और पुरानी विधानसभा के सामने श्रीरामचंद्रजी के मंदिर में आदर्श वेद आवासीय विद्यालय की स्थापना करने को लेकर पत्र भी दिया. विधायक बालमुकुंद आचार्य ने एक तरफा कार्रवाई को लेकर पुलिस अधिकारी को फटकार भी लगाई.
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ये मामले आए सामने: जनसुनवाई में चौमूं की पार्षद अनिता कुमावत भी शिकायत लेकर आई. उन्होंने शिकायत की कि उनके क्षेत्र में नालों और नालियों की निविदा निकाल दी, लेकिन अभी तक एक साल बाद भी काम नहीं हुआ है. जनसुनवाई में पहुंचे राम सिंह ने अपनी शिकायत पर हुई कार्रवाई को लेकर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई 25 साल बाद देखने को मिली है.