रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में इंडिया ब्लॉक का स्वरूप अभी तक पूरी तरह से साफ नहीं हुआ है. सीपीआई माले द्वारा पहले से घोषित धनवार विधानसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा भी प्रत्याशी उतार देने के बाद अब सवाल उठने लगा है कि झारखंड में इंडिया ब्लॉक का भविष्य क्या होगा और क्या सीपीआई माले महागठबंधन का हिस्सा बना रहेगा. क्या धनवार विधानसभा सीट की खटास इतनी बढ़ जाएगी कि माले अपनी अलग राह पकड़ ले, इन तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए ईटीवी भारत संवाददाता ने सीपीआई माले के झारखंड राज्य सचिव मनोज भक्त से बातचीत की.
आज रात की बैठक में आगे की रणनीति होगी तय
ईटीवी भारत से खास बातचीत में झारखंड सीपीआई माले के राज्य सचिव मनोज भक्त ने कहा कि हम 8 सीट पर बेहद मजबूत हैं. 5 सीट ऐसी है जहां हमारा सीधा दावा बनता है. इन सीटों पर हमें जीत के लिए किसी के सहयोग या दया की जरूरत नहीं है. मनोज भक्त ने कहा कि आज रात ऑनलाइन एक महत्वपूर्ण बैठक पार्टी पोलित ब्यूरो की होगी. जिसमें दीपांकर भट्टाचार्या भी शामिल होंगे.
सीपीआई माले के प्रदेश सचिव मनोज भक्त ने कहा कि फ्रेंडली फाइट का मतलब दुश्मन से लड़ना होता है, अगर ऐसी स्थिति आती है तो जनता तय करेगी. माले नेता ने कहा कि धनवार की जनता हमारे संघर्ष को जानती है, जबकि झामुमो उम्मीदवार को भी धनवार की जनता अच्छी तरह जानती है. हमने 24 घंटे 365 दिन संघर्ष किया है. बाबूलाल मरांडी को धनवार की जनता जान रही है, उन्होंने वहां कोई विकास का काम नहीं किया है, पिछली बार वोटों के बिखराव की वजह से वह जीते थे.
माले कैंडिडेट को ही इंडिया ब्लॉक का उम्मीदवार मान ले झामुमो
माले नेता ने कहा कि सबसे बेहतर स्थिति यही है कि झामुमो के नेता हमारे उम्मीदवार राजकुमार यादव को इंडिया ब्लॉक का नेता मान ले अगर ऐसा नहीं होता है तो आज रात की बैठक में यह तय हो जाएगा कि हमारा आगे का रुख क्या होगा.
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