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ऋषिकेश में खाली भूमि पर कब्जा! आश्रम संचालक पर लगा आरोप, निर्माण पर लगी रोक - Dispute over land in Rishikesh

Dispute over land in dehradun ऋषिकेश अंतर्गत आने वाले शिवाजी नगर में खाली पड़ी भूमि पर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया है. सूचना मिलने के बाद राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया.

Dispute over land in dehradun
खाली भूमि को लेकर आपस में भिड़े दो पक्ष (photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 22, 2024, 5:11 PM IST

ऋषिकेश: शिवाजी नगर के प्राथमिक स्कूल के बगल में एक आश्रम के बाहर खाली पड़ी भूमि पर विवाद हो गया है. निवर्तमान पार्षद जयेश राणा ने भूमि को सरकारी बताते हुए आश्रम संचालक पर कब्जा कर निर्माण करने का आरोप लगाया है. वहीं, वन विभाग के डिप्टी रेंजर ने आरोपों की जांच होने तक खाली पड़ी भूमि पर किसी भी प्रकार के निर्माण को नहीं करने की हिदायत दी है.

निवर्तमान पार्षद बोले ये सरकार की है जमीन: निवर्तमान पार्षद जयेश राणा ने बताया कि जमीन पर बच्चों के लिए पार्क बनाने का प्रस्ताव कई बार नगर निगम में रखा जा चुका है. यह जमीन सरकारी है. पहले भी कई बार कब्जा कर निर्माण करने का विरोध किया जा चुका है. विरोध करने पर आश्रम की ओर से झूठे आरोप लगाकर केस दर्ज कराए गए हैं. उन्होंने कहा कि मामले में उन्होंने नगर निगम, राजस्व विभाग और वन विभाग को शिकायत देकर भूमि पर हुए निर्माण को ध्वस्त करने की मांग उठाई है.

आश्रम संचालक पर लगा आरोप (video-ETV Bharat)

आश्रम संचालिका ने भूमि को बताया अपना: वहीं आश्रम संचालिका रेखा जोशी का दावा है कि आश्रम के बाहर खाली पड़ी भूमि उनकी है, जिसके दस्तावेज उनके पास मौजूद हैं. कब्जे का आरोप गलत है. बेवजह बार-बार उनको परेशान किया जा रहा है.

राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची: विवाद और कब्जे की शिकायत मिलने पर नगर निगम, राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. इसी बीच दोनों पक्ष आपस में बहसबाजी करते हुए नजर आए. अधिकारियों ने किसी तरह दोनों पक्षों को शांत कराया. पूछताछ के बाद वन विभाग के डिप्टी रेंजर ने आश्रम संचालिका से जमीन के दस्तावेजों की छाया प्रति मांगी.

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निवर्तमान पार्षद बोले ये सरकार की है जमीन: निवर्तमान पार्षद जयेश राणा ने बताया कि जमीन पर बच्चों के लिए पार्क बनाने का प्रस्ताव कई बार नगर निगम में रखा जा चुका है. यह जमीन सरकारी है. पहले भी कई बार कब्जा कर निर्माण करने का विरोध किया जा चुका है. विरोध करने पर आश्रम की ओर से झूठे आरोप लगाकर केस दर्ज कराए गए हैं. उन्होंने कहा कि मामले में उन्होंने नगर निगम, राजस्व विभाग और वन विभाग को शिकायत देकर भूमि पर हुए निर्माण को ध्वस्त करने की मांग उठाई है.

आश्रम संचालक पर लगा आरोप (video-ETV Bharat)

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