जयपुर: महिलाओं के स्वास्थ्य, कल्याण और सुरक्षा को लेकर गुरुवार को राष्ट्रीय परामर्श का आयोजन हुआ. इसका उद्देश्य राजस्थान और केरल में मसाला क्षेत्र में काम करने वाली ग्रामीण महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाना है. सरकारी अधिकारी, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता, भागीदार, शोधकर्ता और विशेषज्ञ इस परामर्श में शामिल हुए. महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर विशेष तौर पर इस कार्यक्रम में चर्चा की गई.
कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि देश में यूएन की ओर से महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित जागरूकता बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिसे बिंदी इंटरनेशनल एनजीओ द्वारा मंजरी फाउंडेशन, थिंकथ्रू कंसल्टिंग और वायनाड सोशल सर्विस सोसाइटी जैसे भागीदारों के साथ मिलकर लागू किया जा रहा है. यह कार्यक्रम प्रत्येक राज्य में दो जिलों में चलाया जा रहा है.
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बिंदी इंटरनेशनल से जुड़ी डॉक्टर मोनलिसा का कहना था कि इस मंथन का मुख्य लक्ष्य मसाला क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं और छोटे किसानों की क्षमताओं को बढ़ाना है और गांव, ब्लॉक स्तर पर मौजूदा प्रणालियों को मजबूत करना है. इस मंथन में महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई. बताया गया कि मसाले से जुड़े कारोबार में काम करने वाली लगभग 6 हजार से अधिक महिलाओं में एनीमिया, मानसिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य सेवाएं, सकारात्मक और सुरक्षित कार्यस्थल, लिंग आधारित भेदभाव और हिंसा जैसे मामले देखने को मिलते हैं. इसके लिए महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है.