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नशे की लत पूरी करने के लिए बन गया हत्यारा, 10 से 12 लड़कों के ग्रुप में करता था काम, मुजफ्फरपुर हत्याकांड में गिरफ्तारी के बाद खुलासा - Muzaffarpur Headmaster Murder Case

Muzaffarpur Murder Case: मुजफ्फरपुर में इंजीनियर व हेडमास्टर हत्याकांड में नया मोड़ सामने आ गया है. पुलिस इनकाउंटर में जख्मी दोनों अपराधियो ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं. इस हत्या के ताड़ नशे की लत से जुड़ गए हैं. आगे पढ़ें पूरी खबर.

Muzaffarpur Headmaster Murder Case
मुजफ्फरपुर में हेडमास्टर हत्याकांड (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 7, 2024, 1:44 PM IST

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में इंजीनियर व हेडमास्टर हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस इनकाउंटर में जख्मी दोनों अपराधियों से पूछताछ की. इस पूछताछ में कई बातें सामने आयी जिससे पुलिस भी हैरान है. फिलहाल दोनों का पुलिस अभिरक्षा में एसकेएमसीएच में इलाज चल रहा है. जबकि, एक शातिर सूरज अब भी फरार है. गिरोह के अन्य अपराधियों को चिह्नित करने में पुलिस जुट गई है.

कैसे हुई इंजीनियर व हेडमास्टर हत्या: घटना को लेकर एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि 1 जून को काजी मोहम्मदपुर थाना के पावर हाउस चौक स्तिथ सर्किट हाउस के पास इंजीनियर मो. हारिस की लूट के दौरान हत्या कर दी गई थी. उसके पास से करीब 70 से 80 हजार रुपए और मोबाइल लूट ली गई थी. जिसके बाद चाकू गोंदकर हत्या भी कर दी गई.

3 जून को भी लूट के बाद हत्याः दूसरी घटना दो दिन बाद यानी 3 जून को अहियापुर में हुई. जहां अपराधियों ने हेडमास्टर गोपाल कुंवर की चाकू गोंदकर हत्या कर दी. उनके पास से करीब 11 सौ रुपये और मोबाइल लूट लिया. इस दोनों घटना को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी.

Muzaffarpur Headmaster Murder Case
मुजफ्फरपुर में हेडमास्टर हत्याकांड (ETV Bharat)

सीसीटीवी से हुई पहचान: एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि पहली घटना को दो अपराधियो ने अंजाम दिया, इसमें विकाश और पंकज शामिल था. जबकि दूसरी घटना में इन दोनों के साथ तीसरा अपराधी भी मौजूद था जो अभी फरार है. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी से दोनों अपराधी की पहचान हो चुकी थी. इसी दौरान सूचना मिली कि अहियापुर के बखरी में कुछ अपराधी पहुंचे हैं. इसमें पंकज और विकाश भी शामिल है. सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित के नेतृत्व में टीम का गठन हुआ. इसमें एएसपी टाउन, टाउन डीएसपी टू, डीआईयू, अहियापुर, काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस टीम में शामिल थी.

"पहली घटना को दो अपराधियो ने अंजाम दिया, इसमें विकाश और पंकज शामिल था. जबकि दूसरी घटना में इन तीन अपराधी मौजूद थे, तीसरा अभी फरार है. सीसीटीवी से दोनों अपराधी की पहचान हो चुकी थी. दो को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है."-राकेश कुमार, एसएसपी

पुलिस और अपराधियो के बीच पांच राउंड फायरिंग: सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए दोनों अपराधी पकड़े गए. उन्हें अहियापुर पुलिस गिरफ्तार कर थाने ला रही थी. इसी दौरान विकाश ने शौच का बहाना बनाकर गाड़ी रुकवाया. वाहन के रुकते ही पुलिस जवान से हथियार छीनकर भागते हुए फायरिंग करने लगा. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. दोनों तरफ से पांच राउंड फायरिंग हुई. अपराधियों ने तीन तो पुलिस ने दो राउंड फायरिंग की. इसमें अपराधियों के पैर में गोली लगी है .

नशे के लिए लूट और छिनतई और हत्या: पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे लोग नशे के आदि हैं. नशे की लत पूरी करने के लिए छिनतई करने लगे. वे लोग सुनसान जगह पर राहगीरों को अपना निशाना बना रहे थे. छीनने से पहले ही चाकू से हमला कर देते थे. उसके बाद उनसे रुपये और मोबाइल समेत महंगे सामान लेकर फरार हो जाते. उनसे वे अपने नशे की लत को पूरा करते. उनके गिरोह में 10 से 12 लड़के हैं. सभी अलग-अलग जगह घटनाओं को अंजाम देते हैं. पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य शातिरों की पहचान की जा रही है. एसएसपी ने बताया की इन दोनों के खिलाफ कई मामला दर्ज है.

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मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में इंजीनियर व हेडमास्टर हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस इनकाउंटर में जख्मी दोनों अपराधियों से पूछताछ की. इस पूछताछ में कई बातें सामने आयी जिससे पुलिस भी हैरान है. फिलहाल दोनों का पुलिस अभिरक्षा में एसकेएमसीएच में इलाज चल रहा है. जबकि, एक शातिर सूरज अब भी फरार है. गिरोह के अन्य अपराधियों को चिह्नित करने में पुलिस जुट गई है.

कैसे हुई इंजीनियर व हेडमास्टर हत्या: घटना को लेकर एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि 1 जून को काजी मोहम्मदपुर थाना के पावर हाउस चौक स्तिथ सर्किट हाउस के पास इंजीनियर मो. हारिस की लूट के दौरान हत्या कर दी गई थी. उसके पास से करीब 70 से 80 हजार रुपए और मोबाइल लूट ली गई थी. जिसके बाद चाकू गोंदकर हत्या भी कर दी गई.

3 जून को भी लूट के बाद हत्याः दूसरी घटना दो दिन बाद यानी 3 जून को अहियापुर में हुई. जहां अपराधियों ने हेडमास्टर गोपाल कुंवर की चाकू गोंदकर हत्या कर दी. उनके पास से करीब 11 सौ रुपये और मोबाइल लूट लिया. इस दोनों घटना को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी.

Muzaffarpur Headmaster Murder Case
मुजफ्फरपुर में हेडमास्टर हत्याकांड (ETV Bharat)

सीसीटीवी से हुई पहचान: एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि पहली घटना को दो अपराधियो ने अंजाम दिया, इसमें विकाश और पंकज शामिल था. जबकि दूसरी घटना में इन दोनों के साथ तीसरा अपराधी भी मौजूद था जो अभी फरार है. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी से दोनों अपराधी की पहचान हो चुकी थी. इसी दौरान सूचना मिली कि अहियापुर के बखरी में कुछ अपराधी पहुंचे हैं. इसमें पंकज और विकाश भी शामिल है. सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित के नेतृत्व में टीम का गठन हुआ. इसमें एएसपी टाउन, टाउन डीएसपी टू, डीआईयू, अहियापुर, काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस टीम में शामिल थी.

"पहली घटना को दो अपराधियो ने अंजाम दिया, इसमें विकाश और पंकज शामिल था. जबकि दूसरी घटना में इन तीन अपराधी मौजूद थे, तीसरा अभी फरार है. सीसीटीवी से दोनों अपराधी की पहचान हो चुकी थी. दो को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है."-राकेश कुमार, एसएसपी

पुलिस और अपराधियो के बीच पांच राउंड फायरिंग: सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए दोनों अपराधी पकड़े गए. उन्हें अहियापुर पुलिस गिरफ्तार कर थाने ला रही थी. इसी दौरान विकाश ने शौच का बहाना बनाकर गाड़ी रुकवाया. वाहन के रुकते ही पुलिस जवान से हथियार छीनकर भागते हुए फायरिंग करने लगा. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. दोनों तरफ से पांच राउंड फायरिंग हुई. अपराधियों ने तीन तो पुलिस ने दो राउंड फायरिंग की. इसमें अपराधियों के पैर में गोली लगी है .

नशे के लिए लूट और छिनतई और हत्या: पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे लोग नशे के आदि हैं. नशे की लत पूरी करने के लिए छिनतई करने लगे. वे लोग सुनसान जगह पर राहगीरों को अपना निशाना बना रहे थे. छीनने से पहले ही चाकू से हमला कर देते थे. उसके बाद उनसे रुपये और मोबाइल समेत महंगे सामान लेकर फरार हो जाते. उनसे वे अपने नशे की लत को पूरा करते. उनके गिरोह में 10 से 12 लड़के हैं. सभी अलग-अलग जगह घटनाओं को अंजाम देते हैं. पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य शातिरों की पहचान की जा रही है. एसएसपी ने बताया की इन दोनों के खिलाफ कई मामला दर्ज है.

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