आजमगढ़: लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा कभी भी हो सकती है. आजमगढ़ लोकसभा सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लड़ने की अटकलें के बीच बीजेपी के घोषित कैंडिडेट दिनेश लाल निरहुआ ने उन्हें हराने की खुली चुनौती दी है. पिछले उपचुनाव के विजेता दिनेश लाल निरहुआ ने दावा किया है कि 2019 की हार का बदला इस बार तय है. सांसद ने कहा कि पिछले चुनाव में सपा प्रमुख ने मुझे जरूर हरा दिया था. क्योंकि उस समय उनके साथ बसपा का भी थी. अब यह साथ उन्हें मिलने वाला नहीं. एससी मतदाता बीजेपी को वोट करता आया है. और इस चुनाव में भी वोट करेगा.
अभिनेता और सांसद दिनेश लाल ने कहा कि, पिछले आम चुनाव में जनता ने अखिलेश यादव को मौका दिया था. लेकिन उन्होंने 4 साल तक कोई काम नहीं किया. उपचुनाव में हमने जनता से एक साल का समय मांगा था. जनता ने मुझे मौका दिया. प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के सफल नेतृत्व में आजमगढ़ में डेढ़ सालों के अंदर इतना काम हुआ जितना 50 साल में नहीं हुआ.
आजमगढ़ को कई सालों से गोरखपुर और बनारस को जोड़ने की मांग हो रही थी, जिस पर काम शुरू हो गया है. जिले को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ा गया है. महाराज सुहेलदेव विश्वविद्यालय, संगीत महाविद्यालय जैसे बड़े काम को पूरा किया गया है. आजमगढ़ रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण और एयरपोर्ट पर 19 सीटर विमान की उड़ान शुरू होने वाली है. अब आजमगढ़ में रिंग रोड बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. उन्होंने दावा किया कि यहां की जनता अब जान चुकी है कि, सरकार के साथ रहने में विकास कार्य तेजी से होते हैं. इसलिए इस बार फिर मुझे जनता 5 साल का समय देगी ताकि विकास के कार्य रुक न सके.
सांसद निरहुआ ने कहा कि, इस बार के चुनाव में यादव मतदाता भी भरपूर मतदान करेंगे. जिन लोगों को योजनाओं का लाभ मिला है. वह लोग भी हमारे साथ है. जनता ने समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ दिया है, क्योंकि मोदी और राम का विरोध करते-करते देश का विरोध करने लगे हैं. कारोना काल में इन लोगों ने वैक्सिन का विरोध किया था. कहते थे कि मोदी वैक्सिन है. अगर उनकी पार्टी में रहना है तो राम और देश की उपलब्धियों का विरोध करो, लेकिन अब यह नहीं चलने वाला है, लोग अब इस पार्टी को छोड़ने में ही भलाई समझ रहे है.
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