जांजगीर चांपा : डाइट कॉलेज की व्याख्याता रमा गोस्वामी ने खुद की जान लेने की कोशिश की.इस दौरान रमा गोस्वामी ने चार पन्ने का सुसाइड नोट भी बनाया था.जिसमें उन्होंने डाइट कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य बीपी साहू, व्याख्याता संजय शर्मा कल्याणी बोस पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. 4 पेज के सुसाइड नोट में रमा ने बच्चों और छात्र छात्राओं से माफी मांगी है. घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 की है.
कैसे चला लोगों को पता : शुक्रवार रात रमा गोस्वामी अपने परिवार के साथ घर पर थी.इस दौरान उन्होंने 4 पेज का सुसाइड नोट लिखा और सुसाइड नोट को डाइट कॉलेज के व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल कर सो गई. जब ग्रुप के अन्य लोगों को जानकारी हुई तो वो घर पहुंचे.इसके बाद रमा गोस्वामी को उपचार के लिए जिला अस्पताल जांजगीर में भर्ती कराया गया.
प्राचार्य बीपी साहू और स्टाफ के द्वारा मुझे प्रताड़ित किया जाता है.मेरा सीआर खराब करने की कोशिश की जा रही है.पूर्व के प्राचार्य ने जो मेरा सीआर भरा था उसमें भी छेड़खानी की गई है.उसमें क को ग किया गया है. स्टाफ के लोगों को मेरे बारे में गंदी बातें कही जाती है. उनके घर में फोन करके महिलाओं को बोला जाता है कि अपने पति को बचा के रखिएगा,ये गंदी औरत है -रमा गोस्वामी,पीड़ित
अभी रमा गोस्वामी की तबीयत स्थिर है. उन्होंने हेपनोटिक नामक की दवाई के लगभग 8 से 10 गोली खाई थी- डॉ दीपक जायसवाल,सिविल सर्जन जिला अस्पताल
रमा गोस्वामी ने खत में लगाए गंभीर आरोप : व्याख्याता रमा गोस्वामी ने अपने नोट में लिखा था कि "मुझे व्याख्याता के रूप में कार्य करते 22 वर्ष हो चुके हैं.निश्चित है इस दौरान मैंने कई उतार चढ़ाव देखे.वर्तमान में डाइट जांजगीर में पदस्थ हूं. 13 अक्टूबर 2022 को प्रभारी प्राचार्य के कार्य ग्रहण करने उपरांत मैंने बहुत मानसिक यातनाएं झेली हैं. मेरी प्रतिनियुक्ति खत्म करने के लिए गणेश राम साहू जिला पंचायत नवागढ़ के लेटर का गलत उपयोग किया गया है. जिस पर षड्यंत्र का खुलासा होने पर प्रतिनियुक्ति खत्म होने से बच गई. CR खत्म करने के लिए प्रभारी प्राचार्य बीपी साहू के द्वारा धमकी दी जाती थी.जिसकी शिकायत करने पर भी जांच नहीं हुई. प्रभारी प्राचार्य को हटाए जाने को लेकर प्रस्ताव भी हुआ मगर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई. मैं अब न्याय की आस में इंतजार करते थक गई हूं, मुझे इस जीवन से चिड़ होने लगी. मेरी जैसी आशावादी मजबूत महिला के साथ ऐसा हो सकता है तो जाने कितनी महिलाओं के साथ क्या-क्या नहीं होता होगा. अब कितना न्याय का इंतजार करूं. मेरे बच्चों मुझे माफ कर देना, मेरे विद्यार्थियों मुझे माफ कर देना.''
कोटवार पर कहां हुआ हमला, बेवजह ड्यूटी लगाने के आरोप पर बढ़ा बवाल
पिता की मौत के बाद छूटी पढ़ाई, शुरु किया बिजनेस, आज करोड़ों का टर्नओवर, जानिए अनिकेत टंडन की कहानी
गोंडवाना समाज ने सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल बचाने की उठाई मांग, कलेक्टर बोले वापस दी जाएगी जमीन