रांची: राजधानी रांची में अगर आप किसी संकट में हैं तो आप एक स्कैन के जरिए पुलिस की हेल्प पा सकते हैं. इसके लिए राजधानी में डायल 112 को क्यूआर कोड से जोड़ दिया गया है. इस क्यूआर कोड की कॉपी ऑटो, बस और एटीएम सहित शहर के विभिन्न स्थानों में लगा दिया गया है, जिसे स्कैन कर के आप कभी भी पुलिस की मदद ले सकते हैं.
ऑटो और एटीएम में भी लगाए गए क्यूआर कोड
राजधानी रांची में पुलिस व्यवस्था को बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसी के तहत डायल 112 के क्यूआर कोड को राजधानी के 10 हजार ऑटो, बीस दर्जन एटीएम सहित स्कूल - कॉलेज में लगाया गया है. बुधवार को रांची डीआईजी अनूप बिरथरे, एससपी चन्दन कुमार सिन्हा, सिटी एसपी राजकुमार मेहता सहित कई पुलिस अधिकारियों ने खुद फील्ड में उतरकर ऑटो सहित कई जगह 112 के क्यूआर कोड को लगाने का काम किया.
रांची डीआईजी अनूप बिरथरे ने बताया कि डीजीपी अनुराग गुप्ता के प्रयास से डायल 112 के लिए पुलिस के टेक्निकल सेल ने क्यूआर कोड डेवलप किया है. क्यूआर कोड पर अगर आप मोबाइल से स्कैन करेंगे तो वह तुरंत 112 से कनेक्ट हो जाएगा. यदि आप किसी विपत्ति में या फिर किसी तरह की कोई समस्या में फंसे हुए हैं तो तुरंत आपको पुलिस की सहायता मिलेगी. रांची डीआईजी ने बताया कि वर्तमान में सभी लोग स्मार्टफोन रखते हैं और मोबाइल फ्रेंडली भी हैं. अगर ऐसे लोग थोड़े से जागरूक होंगे तो खुद की मदद तो कर ही पाएंगे, साथ ही जिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है उनकी मदद भी कर पाएंगे.
इस तरह मिलेगी पुलिस की मदद
उदाहरण के लिए अगर कोई महिला या छात्रा किसी बस या ऑटो से सफर कर रही है तो इस दौरान उनके साथ किसी तरह की गलत हरकत करता है तो तुरंत उस ऑटो में लगे डायल 112 के क्यूआर कोड को स्कैन कर के पुलिस को सूचना दी जा सकती है. डायल 112 के क्यूआर कोड को स्कैन करते ही आपका लोकेशन, आपका फोन नंबर सब कुछ पुलिस के पास पहुंच जाएगा. इसी तरह अगर आप किसी एटीएम में पैसे निकालने के लिए गए हैं और वहां साइबर अपराधियों ने आपके साथ किसी तरह की ठगी करता है तो वहां भी लगे डायल 112 के क्यूआर कोड के जरिए आप पुलिस की मदद पा सकते हैं.
पुलिस से संपर्क करना बेहद आसान
पहले चरण में राजधानी रांची के सभी ऑटो और एटीएम में 112 के क्यूआर कोड को लगा दिया गया है. रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि क्यूआर कोड के जरिए पुलिस से संपर्क करना बेहद आसान है. क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद एक तो डायल 112 में मौजूद पुलिसकर्मी आपसे खुद संपर्क करेंगे और दूसरा मोबाइल में एक फॉर्म दिया जाएगा, जिसमें मात्र चार बिंदु भरने पर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.
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