भोपाल. सिडनी से एक वीडियो पोस्ट करते हुए बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने परिवार, प्रेम और संस्कृति को लेकर कुछ बाते रखीं, जिसके काफी चर्चे हो रहे हैं. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, '' रामचंद्र भगवान की जय, बागेश्वर धाम की जय. अभी हम ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में हैं, कथा का क्रम चल रहा है और आज की चर्चा हम शुरू करेंगे. गम बहुत है खुलासा मत होने देना, मुस्कुरा देना पर तमाशा मत होने देना.'' बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर ने इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में भारतीयों की स्थिति और अपनी संस्कृति से दूर होने पर दुख जाहिर किया.
परिवार में पोषण होता है, शोषण नहीं
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा, '' सात वार होते हैं रविवार से लेकर सोमवार तक लेकिन एक आठवां वार होता है परिवार. परिवार में पोषण होता है, शोषण नहीं होता. परिवार में भय नहीं भाव होता है. परिवार वहीं है जिसमें सबका मत एक हो. और याद रखना कि अनेक मत भले ही हों पर दूसरों को समझना जरूर, जो हमने शुरुआत में कहा है- गम बहुत है खुलासा मत होने देना, मुस्कुरा देना पर तमाशा मत होने देना.''
परिवार के बिना जीवन अधूरा है-पूज्य सरकार…#bageshwardhamsarkar #bageshwardham pic.twitter.com/KHqcjjRrtX
— Bageshwar Dham Sarkar (Official) (@bageshwardham) July 16, 2024
ऑस्ट्रेलिया में हिंदुस्तानी हैं, पर भारत गायब हो रहा
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, '' मेरे पागलों हम ये बात इसलिए कह रहे हैं कि तुमने तमाशा बनाया तो दुनिया तमाशा देखेगी और तमाशे के लिए तैयार रहना. फिर तुम संभाल नहीं पाओगे और बात बहुत आगे निकल जाएगी क्योंकि हमने विदेश धरती पर आकर देखा कि यहां मकान तो बहुत हैं पर रहने वाले लोग बहुत कम हैं. यहां कोई महान नहीं, इंसान नहीं हैं. यहां व्यक्ति तो हैं पर व्यक्तित्व नहीं है. यहां हिंदुस्तानी तो हैं पर भारत गायब होता जा रहा है. यहां आए हुए लोग संस्कृति के देश (भारत) से हैं, पर यहां इनकी संस्कृति कायम हो रही है.''
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पहला प्यार भुलाया नहीं जाता
दो मिनट चार सेकंड के इस वीडियो में बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर ने अंत में कहा, '' लोग कहते हैं कि पहला प्यार भुलाया नहीं जाता. पर पता नहीं यहां लोग मां-बाप को कैसे भूल जाते हैं. इसलिए आज से ये बात याद रखना कि सात वार (सात दिन) के ऊपर एक आठवां वार भी है, परिवार. परिवार को मत भूलना, अपने गमों को भुला देना और तमाशा बनाने की जगह मुस्कुरा देना.''