पटना: राजधानी पटना स्थित जेडीयू कार्यालय के बाहर शुक्रवार 25 अक्टूबर को बिहार की विभिन्न जिलों में काम कर रहे शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक धरना पर बैठ गए. उनकी मांग है कि उनकी मानदेय को बढ़ाया जाए. उनकी नौकरी को स्थाई किया जाए. स्वास्थ्य अनुदेशकों का कहना था कि उन्हें मात्र 8000 रुपये मानदेय दिया जाता है, जो बहुत कम है. परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है.
नीतीश कुमार जिंदाबाद के लग रहे नारे: भागलपुर से आई अंजू देवी का कहना था कि वो लोग कई सालों से कम कर रही हैं. सरकार मानदेय नहीं बढ़ा रही है. न ही नौकरी को स्थाई किया जा रहा है. इसको लेकर कई बार हम लोग मंत्री से भी मिले. कई नेताओं से भी मिले लेकिन सरकार नहीं सुन रही है. थक हार का जद यू कार्यालय के बाहर धरना देने पहुंचे हैं. पटना से आई पूनम देवी का कहना था कि हमें नीतीश कुमार पर विश्वास है कि हमारी मांग को मानेंगे. इसीलिए नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं.
दूसरे संविदाकर्मियों के किया गया है स्थायीः आरा से आए अमन कुमार का कहना है कि हमारी मांग एक ही है. हमारी नौकरी स्थाई की जाय और हमारे मानदेय को बढ़ाया जाय. सरकार ने कई संविदा पर नौकरी करने वाले लोगों को स्थाई किया है और उनका वेतन भी बढ़ा है. लेकिन हम लोग सरकार के लिए काम कर रहे हैं. दो साल से मंत्री-विधायक के यहां दौड़ते दौड़ते थक गए हैं, लेकिन हमारी बातों को कोई नहीं सुना जा रहा है. इसीलिए आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के कार्यालय के बाहर पहुंचे हैं.
"हमारी आवाज मुख्यमंत्री तक पहुंचे, इसी सोच को लेकर आज हम लोग जदयू कार्यालय के बाहर धरना दे रहे हैं. हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री हमारी मांग को जरूर पूरा करेंगे. इसलिए नीतीश कुमार जिंदाबाद का नारा लगा रहे हैं"- पूनम देवी, प्रदर्शनकारी
इसे भी पढ़ेंः हटाये गए प्रखंड परियोजना सहायकों ने JDU कार्यालय में किया हंगामा, मंत्री ने दिया आश्वासन - Protest in Patna JDU Office