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धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए 6 जनवरी तक कर सकते हैं आवेदन, अधूरे आवेदन किए जाएंगे रिजेक्ट - DHANPAT SINGH SANGI MEMORIAL AWARD

सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा की ओर से धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं.

Dhanpat Singh Sangi Memorial Award
Dhanpat Singh Sangi Memorial Award (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Dec 21, 2024, 2:47 PM IST

फरीदाबाद: सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा की ओर से धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. जिला के पात्र कलाकार 6 जनवरी 2025 तक धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए ई-मेल या डाक के माध्यम से सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग में आवेदन कर सकते हैं. निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले और अधूरे आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा.

अधूरे आवेदन होंगे रिजेक्ट: DIPRO दिनेश कुमार ने विभाग की ओर से मांगे गए आवेदन की प्रक्रिया के बारे में बताया कि चयनित कलाकार को पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपए और प्रशस्ति पत्र व शॉल भेंट की जाएगी. निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले और अधूरे आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा. आवेदन करने वाले व्यक्ति के पास सांगियों की रचनाओं के मंच निर्देशन के लिए कम से कम 10 वर्ष का अनुभव होना जरूरी है. साथ ही आवेदक हरियाणा का निवासी होना चाहिए और यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रार्थी ने सांगों का निर्देश हरियाणा की संस्कृति की मर्यादा के अनुरूप किया हो.

श्रेष्ठ निर्देशक अपने सहयोगी कलात्मक निर्देशक, संगीत निर्देशक, कॉस्ट्यूम डिजाइनर प्रकाश एवं ध्वनि इत्यादि तकनीकी स्टाफ के साथ तालमेल बनाने में दक्ष होना चाहिए. प्रार्थी की आयु 35 वर्ष से लेकर 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए और प्रार्थी का सांगों के मंच संचालन में प्रतिष्ठित होना भी जरूरी है. आवेदक के पास उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड, परिवार पहचान पत्र होना जरूरी है.

पारदर्शी होगी चयन प्रक्रिया: DIPRO दिनेश कुमार ने कहा कि प्रार्थी को सांग की रचनाओं के आधार पर स्क्रिप्ट तैयार करने अभिनय की बारीकियों और संगीत की जानकारी होना जरूरी है. प्रार्थी द्वारा सालाना कम से कम 10 सालों का निर्देशन एवं मंचन किया हो. चयनित किए जाने वाले व्यक्ति पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं होना चाहिए और निर्देशित किए गए सांग शिक्षाप्रद व सामाजिक सरोकार से जुड़े होने चाहिए.

अनिवार्य योग्यताओं के अनुरूप प्राप्त आयोजनों की छंटनी के बाद सांगियों को अपने पूरे दल के साथ विभाग द्वारा निर्धारित स्थान पर सॉन्ग महोत्सव में प्रस्तुति देनी होगी. जिसके आधार पर निर्णायक मंडल द्वारा पात्र सांगी का चयन किया जाएगा. चयन प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष एवं पारदर्शी होगी और चयन कमेटी द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम होगा.

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी संचालन: आवेदन के लिए निर्धारित प्रोफार्मा में सभी जानकारी दर्ज कर दस्तावेजों के साथ भेजना जरूरी है. आपको बता दें चयनित उम्मीदवार को हरियाणा सरकार द्वारा होने वाले सरकारी कार्यक्रमों में मंच संचालन और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने का भी मौका मिलता है. पर यही वजह है कि सूरजकुंड इंटरनेशनल क्राफ्ट मेला, गीता महोत्सव समेत कई जगह हो पर चाइनीज कलाकार अपने परफॉर्मेंस को प्रस्तुत करते हैं.

ये भी पढ़ें: ओलंपियाड में सरकारी स्कूलों के बच्चे लहरायेंगे परचम, मुफ्त कोचिंग देने वाला देश का पहला जिला बना करनाल

ये भी पढ़ें: गच्चिबावली में मार्गदर्शी की 121वीं ब्रांच का उद्घाटन, चेयरमैन चेरुकुरी किरण ने इसे मील का पत्थर बताया

फरीदाबाद: सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा की ओर से धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. जिला के पात्र कलाकार 6 जनवरी 2025 तक धनपत सिंह सांगी स्मृति पुरस्कार के लिए ई-मेल या डाक के माध्यम से सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग में आवेदन कर सकते हैं. निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले और अधूरे आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा.

अधूरे आवेदन होंगे रिजेक्ट: DIPRO दिनेश कुमार ने विभाग की ओर से मांगे गए आवेदन की प्रक्रिया के बारे में बताया कि चयनित कलाकार को पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपए और प्रशस्ति पत्र व शॉल भेंट की जाएगी. निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त होने वाले और अधूरे आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा. आवेदन करने वाले व्यक्ति के पास सांगियों की रचनाओं के मंच निर्देशन के लिए कम से कम 10 वर्ष का अनुभव होना जरूरी है. साथ ही आवेदक हरियाणा का निवासी होना चाहिए और यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रार्थी ने सांगों का निर्देश हरियाणा की संस्कृति की मर्यादा के अनुरूप किया हो.

श्रेष्ठ निर्देशक अपने सहयोगी कलात्मक निर्देशक, संगीत निर्देशक, कॉस्ट्यूम डिजाइनर प्रकाश एवं ध्वनि इत्यादि तकनीकी स्टाफ के साथ तालमेल बनाने में दक्ष होना चाहिए. प्रार्थी की आयु 35 वर्ष से लेकर 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए और प्रार्थी का सांगों के मंच संचालन में प्रतिष्ठित होना भी जरूरी है. आवेदक के पास उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड, परिवार पहचान पत्र होना जरूरी है.

पारदर्शी होगी चयन प्रक्रिया: DIPRO दिनेश कुमार ने कहा कि प्रार्थी को सांग की रचनाओं के आधार पर स्क्रिप्ट तैयार करने अभिनय की बारीकियों और संगीत की जानकारी होना जरूरी है. प्रार्थी द्वारा सालाना कम से कम 10 सालों का निर्देशन एवं मंचन किया हो. चयनित किए जाने वाले व्यक्ति पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं होना चाहिए और निर्देशित किए गए सांग शिक्षाप्रद व सामाजिक सरोकार से जुड़े होने चाहिए.

अनिवार्य योग्यताओं के अनुरूप प्राप्त आयोजनों की छंटनी के बाद सांगियों को अपने पूरे दल के साथ विभाग द्वारा निर्धारित स्थान पर सॉन्ग महोत्सव में प्रस्तुति देनी होगी. जिसके आधार पर निर्णायक मंडल द्वारा पात्र सांगी का चयन किया जाएगा. चयन प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष एवं पारदर्शी होगी और चयन कमेटी द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम होगा.

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी संचालन: आवेदन के लिए निर्धारित प्रोफार्मा में सभी जानकारी दर्ज कर दस्तावेजों के साथ भेजना जरूरी है. आपको बता दें चयनित उम्मीदवार को हरियाणा सरकार द्वारा होने वाले सरकारी कार्यक्रमों में मंच संचालन और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने का भी मौका मिलता है. पर यही वजह है कि सूरजकुंड इंटरनेशनल क्राफ्ट मेला, गीता महोत्सव समेत कई जगह हो पर चाइनीज कलाकार अपने परफॉर्मेंस को प्रस्तुत करते हैं.

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