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उत्तराखंड में धामी सरकार का बड़ा फैसला, पर्ची, बेड और एंबुलेंस का एक समान किया शुल्क - UTTARAKHAND MEDICAL COLLEGE

उत्तराखंड में मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में यूजर चार्ज से प्राप्त धनराशि जनता की सुविधाओं में खर्च होगी.

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चिकित्सा शिक्षा निदेशालय (photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 29, 2025, 9:38 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में आम जनता को बड़ी राहत दी है. दरअसल, प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों से अब एक समान यूजर चार्ज लिया जाएगा. प्रदेश में पांच राजकीय मेडिकल कॉलेजों के साथ-साथ निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर और पिथौरागढ़ से संबद्ध चिकित्सालय भी चल रहे हैं, जिनमें ओपीडी और आईपीडी पर्ची बनाने से लेकर बेड और एंबुलेंस का एक समान शुल्क किया जाएगा. साथ ही चिकित्सा शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि राजकीय मेडिकल कॉलेज चिकित्सालयों से यूजर चार्जेज के रूप में मिलने वाली धनराशि का इस्तेमाल आम जनता की सुविधाओं में किया जाएगा.

दरअसल, प्रदेश में मौजूद सभी राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पतालों का यूजर चार्ज एक समान करने की कवायद लंबे समय से चल रही है, क्योंकि मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में मरीजों का पंजीकरण शुल्क, बेड, एंबुलेंस और पैथोलॉजी जांच की दरें अलग-अलग हैं. ऐसे में सरकार ने राजकीय चिकित्सालयों की तर्ज पर मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में यूजर चार्ज की एक समान दरें लागू करने का निर्णय लिया है, जिसका सीधा लाभ इलाज के लिए आए मरीजों को मिलेगा.

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि सभी राजकीय मेडिकल कॉलेज में यूजर चार्जेज में एकरूपता लाने के लिए एक समान दर तय की गई है. राजकीय मेडिकल कॉलेजों और सम्बद्ध चिकित्सालयों में यूजर चार्जेज के जरिए जो धनराशि प्राप्त होगी, उसका इस्तेमाल आम जनता की सुविधाओं में खर्च किया जाएगा, जिनमें, रैन बसेरों का निर्माण और रख रखाव, चिकित्सा क्षेत्र में शोध और अनुसंधान कार्य, चिकित्सा शोध छात्रों को प्रोत्साहन देना, बाल रोग विभाग के तहत दुग्ध बूथ स्थापित करना, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाओं का विस्तारीकरण करने के साथ-साथ पिंक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा.

बता दें कि नई दरें लागू होने के बाद सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में ओपीडी पर्ची शुल्क 20 रुपए और आईपीडी पर्ची शुल्क 50 रुपए हो जाएगा. मेडिकल कॉलेजों में जनरल वार्ड में प्रति बेड 25 रुपए, प्राइवेट वार्ड में 300 रुपए और एसी वार्ड प्रति बेड के एक हजार रुपए का शुल्क लिया जाएगा. एंबुलेंस का किराया पांच किलोमीटर तक 200 रुपए होगा. इसके बाद प्रति किमी 20 रुपए लिया जाएगा. राजकीय मेडिकल कॉलेजों में एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई, डायलिसिस की दरें केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) दरों के समान होंगी. यानी एक्सरे 133 रुपए, अल्ट्रासाउंड शुल्क 570 रुपए, डायलिसिस शुल्क 1400 रुपए, एमआरआई 2848 रुपए और सीटी स्कैन शुल्क 1350 रुपए हो जाएगा.

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दरअसल, प्रदेश में मौजूद सभी राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पतालों का यूजर चार्ज एक समान करने की कवायद लंबे समय से चल रही है, क्योंकि मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में मरीजों का पंजीकरण शुल्क, बेड, एंबुलेंस और पैथोलॉजी जांच की दरें अलग-अलग हैं. ऐसे में सरकार ने राजकीय चिकित्सालयों की तर्ज पर मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में यूजर चार्ज की एक समान दरें लागू करने का निर्णय लिया है, जिसका सीधा लाभ इलाज के लिए आए मरीजों को मिलेगा.

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि सभी राजकीय मेडिकल कॉलेज में यूजर चार्जेज में एकरूपता लाने के लिए एक समान दर तय की गई है. राजकीय मेडिकल कॉलेजों और सम्बद्ध चिकित्सालयों में यूजर चार्जेज के जरिए जो धनराशि प्राप्त होगी, उसका इस्तेमाल आम जनता की सुविधाओं में खर्च किया जाएगा, जिनमें, रैन बसेरों का निर्माण और रख रखाव, चिकित्सा क्षेत्र में शोध और अनुसंधान कार्य, चिकित्सा शोध छात्रों को प्रोत्साहन देना, बाल रोग विभाग के तहत दुग्ध बूथ स्थापित करना, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाओं का विस्तारीकरण करने के साथ-साथ पिंक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा.

बता दें कि नई दरें लागू होने के बाद सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में ओपीडी पर्ची शुल्क 20 रुपए और आईपीडी पर्ची शुल्क 50 रुपए हो जाएगा. मेडिकल कॉलेजों में जनरल वार्ड में प्रति बेड 25 रुपए, प्राइवेट वार्ड में 300 रुपए और एसी वार्ड प्रति बेड के एक हजार रुपए का शुल्क लिया जाएगा. एंबुलेंस का किराया पांच किलोमीटर तक 200 रुपए होगा. इसके बाद प्रति किमी 20 रुपए लिया जाएगा. राजकीय मेडिकल कॉलेजों में एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई, डायलिसिस की दरें केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) दरों के समान होंगी. यानी एक्सरे 133 रुपए, अल्ट्रासाउंड शुल्क 570 रुपए, डायलिसिस शुल्क 1400 रुपए, एमआरआई 2848 रुपए और सीटी स्कैन शुल्क 1350 रुपए हो जाएगा.

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