रांची: प्रतिबिंब एप के जरिये साइबर अपराधियों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई करने के लिए जाने जाने वाले झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली में सम्मानित किया. डीजीपी अनुराग गुप्ता और डाटा साइंटिस्ट गुंजन कुमार के प्रयास से ही झारखंड सीआईडी के द्वारा
प्रतिबिंब एप तैयार किया गया. जिसकी वजह से साइबर अपराधियों पर नकेल कसने में काफी मदद मिल रही है.
झारखंड सीआईडी के द्वारा बनाया गया है एप
प्रतिबिंब एप के द्वारा साइबर अपराधियों के द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल नंबर की मैपिंग की जाती है, मैपिंग के आधार पर उनके मोबाइल सिम और उससे जुड़े खाते को फ्रिज करवाया जाता है. झारखंड सीआईडी ने साइबर अपराधियों के द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे सिम कार्ड का डाटा बेस तैयार कर प्रतिबिंब एप पर फीड करती है. इसके साथ ही ठगी के लिए जिन इलाकों का इस्तेमाल सर्वाधिक हो रहा है, इसकी मैपिंग भी की जा रही है. जिसे सीआईडी के प्रतिबिंब पोर्टल पर रजिस्टर किया जाता है.
सिम कार्ड और ठगी के लिए जहां से फोन किए जा रहे हैं, उन इलाकों की भी मैपिंग की जा रही है. प्रतिबिंब में उन सारे नंबरों को दर्ज किया जाता है, जिनका इस्तेमाल साइबर ठगी में देशभर में कहीं भी किया जा रहा है. साइबर ठगी में इस्तेमाल किए जा रहे इन नंबरों को राज्य के संबंधित जिले के एसपी को भेजा जाता, ताकि उन नंबरों को ब्लॉक कराया जा सके. साथ ही सर्विस प्रोवाइडर्स को भी इसकी जानकारी दी जाएगी, ताकि फर्जी तरीके से सिम का इस्तेमाल बंद हो. प्रतिबिंब एप व पोर्टल की सहायता से अब तक 900 से ज्यादा साइबर अपराधी गिरफ्तार हो चुके हैं. जबकि 2 हजार से ज्यादा सिम कार्ड ब्लाक किए जा चुके है.
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