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देवास में 74.86 प्रतिशत हुई वोटिंग, 2019 के मुकाबले कम हुआ मतदान - DEWAS LOK SABHA VOTING 2024 - DEWAS LOK SABHA VOTING 2024

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को मध्य प्रदेश की देवास शाजापुर लोकसभा सीट के लिए मतदान हुआ. देवास में 74.86 प्रतिशत वोटिंग हुई. इस सीट पर कांग्रेस ने 3 बार चुनाव जीता और 13 बार हार का मुंह देखना पड़ा. फूलचंद वर्मा और थावरचंद गहलोत ने चार-चार बार इस सीट से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया है.

DEWAS LOK SABHA ELECTION 2024
देवास लोकसभा सीट में बीजेपी लगाएगी हैट्रिक या कांग्रेस करेगी वापसी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 13, 2024, 7:09 AM IST

Updated : May 13, 2024, 8:31 PM IST

DEWAS LOK SABHA ELECTION 2024
फाइनल वोटिंग परसेंटेज (ETV Bharat)

देवास। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को मध्य प्रदेश की 8 सीटों पर मतदान हुआ. कुल 29 लोकसभा सीटों वाले इस प्रदेश में पहले, दूसरे और तीसरे चरण में 21 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. सोमवार 13 मई को इंदौर, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, मंदसौर, रतलाम, धार सीट पर मतदान हुआ. बात करें देवास-शाजापुर लोकसभा सीट की, तो यहां से भाजपा ने इस बार भी सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी पर भरोसा जताया है. वहीं कांग्रेस ने कांग्रेस ने राजेंद्र मालवीय को टिकट दिया है. राजेंद्र इसके पहले इंदौर में सांवेर व तराना सीट पर विधायकी का चुनाव लड़ चुके हैं.

2023 के विधानसभा चुनाव परिणाम

देवास संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. सीहोर जिले से एक, शाजापुर से तीन, देवास से तीन और आगर-मालवा जिले से एक सीट इसमें शामिल है. बात करें 2023 के विधानसभा चुनाव परिणाम की तो आठों सीटों पर भाजपा का कब्जा है. इसमें आष्टा, कालापीपल, सुजालपुर, शाजापुर, आगर, हाटपिपल्या, सोनकच्छ, देवास शामिल हैं.

देवास लोकसभा सीट का इतिहास

कांग्रेस इस सीट पर तीन बार विजयी और 13 बार पराजित हुई है. फूलचंद वर्मा और थावरचंद गहलोत ने चार-चार बार इस सीट से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया है. देवास संसदीय क्षेत्र का परिसीमन बार-बार बदलता रहा है. एक नए परिसीमन के बाद साल 2009 में यहां चुनाव हुए. जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी सज्जन वर्मा ने बीजेपी नेता थावरचंद गहलोत को हराया था. इसके पहले थावरचंद गहलोत 1996 से लेकर 2004 तक लगातार चार बार (1996, 1998, 1999, 2004) सांसद चुने गए थे. फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मनोहर उटवाल ने सज्जन वर्मा को भारी मतों से हराया. फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में महेंद्र सोलंकी को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया. जिन्होंने देवास लोकसभा में सबसे बड़ी जीत दर्ज की. एक बार फिर साल 2024 में भाजपा ने महेंद्र सिंह सोलंकी को चुनावी मैदान में उतारा है.

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ये प्रत्याशी आजमा रहे हैं किस्मत

देवास लोकसभा सीट से 8 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा से महेंद्र सिंह सोलंकी, कांग्रेस से राजेंद्र सिंह मालवीय, बसपा से राजेंद्र सिंह चौखुटिया, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) से रामप्रसाद, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से एडवोकेट विदयराज मालवीय, पब्लिक पॉलिटिकल पार्टी से हेमराज पूनमचंद्र बामनिया, निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दीपक रमेश चंद्र विचित्र और नितिन वर्मा चुनावी मैदान में हैं.

DEWAS LOK SABHA ELECTION 2024
फाइनल वोटिंग परसेंटेज (ETV Bharat)

देवास। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को मध्य प्रदेश की 8 सीटों पर मतदान हुआ. कुल 29 लोकसभा सीटों वाले इस प्रदेश में पहले, दूसरे और तीसरे चरण में 21 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. सोमवार 13 मई को इंदौर, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, मंदसौर, रतलाम, धार सीट पर मतदान हुआ. बात करें देवास-शाजापुर लोकसभा सीट की, तो यहां से भाजपा ने इस बार भी सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी पर भरोसा जताया है. वहीं कांग्रेस ने कांग्रेस ने राजेंद्र मालवीय को टिकट दिया है. राजेंद्र इसके पहले इंदौर में सांवेर व तराना सीट पर विधायकी का चुनाव लड़ चुके हैं.

2023 के विधानसभा चुनाव परिणाम

देवास संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. सीहोर जिले से एक, शाजापुर से तीन, देवास से तीन और आगर-मालवा जिले से एक सीट इसमें शामिल है. बात करें 2023 के विधानसभा चुनाव परिणाम की तो आठों सीटों पर भाजपा का कब्जा है. इसमें आष्टा, कालापीपल, सुजालपुर, शाजापुर, आगर, हाटपिपल्या, सोनकच्छ, देवास शामिल हैं.

देवास लोकसभा सीट का इतिहास

कांग्रेस इस सीट पर तीन बार विजयी और 13 बार पराजित हुई है. फूलचंद वर्मा और थावरचंद गहलोत ने चार-चार बार इस सीट से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया है. देवास संसदीय क्षेत्र का परिसीमन बार-बार बदलता रहा है. एक नए परिसीमन के बाद साल 2009 में यहां चुनाव हुए. जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी सज्जन वर्मा ने बीजेपी नेता थावरचंद गहलोत को हराया था. इसके पहले थावरचंद गहलोत 1996 से लेकर 2004 तक लगातार चार बार (1996, 1998, 1999, 2004) सांसद चुने गए थे. फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मनोहर उटवाल ने सज्जन वर्मा को भारी मतों से हराया. फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में महेंद्र सोलंकी को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया. जिन्होंने देवास लोकसभा में सबसे बड़ी जीत दर्ज की. एक बार फिर साल 2024 में भाजपा ने महेंद्र सिंह सोलंकी को चुनावी मैदान में उतारा है.

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ये प्रत्याशी आजमा रहे हैं किस्मत

देवास लोकसभा सीट से 8 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा से महेंद्र सिंह सोलंकी, कांग्रेस से राजेंद्र सिंह मालवीय, बसपा से राजेंद्र सिंह चौखुटिया, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) से रामप्रसाद, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से एडवोकेट विदयराज मालवीय, पब्लिक पॉलिटिकल पार्टी से हेमराज पूनमचंद्र बामनिया, निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दीपक रमेश चंद्र विचित्र और नितिन वर्मा चुनावी मैदान में हैं.

Last Updated : May 13, 2024, 8:31 PM IST
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