कुल्लू: जिला मुख्यालय ढालपुर में 13 अक्टूबर से अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का आयोजन किया जाएगा. वहीं, नवरात्रि के शुरू होते ही देव समाज से जुड़े लोगों ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है. ऐसे में उपमंडल आनी के देवता खुडीजल पूरे दलबल के साथ इस दशहरा उत्सव में भाग लेंगे. देवता खुड़ीजल दशहरा उत्सव से आठ दिन पहले पांच अक्तूबर को देहुरी देवालय से ढालपुर के लिए रवाना होंगे.
देवता 5 अक्टूबर को दोपहर 2:00 बजे के आसपास देवालय से निकलेंगे और मंडी जिले के खौली और गाड़ागुशैणी होकर दशहरा के लिए आएंगे. देवता पहले दिन खोली के नेहरा गांव में भक्त की मन्नत के लिए दो दिन रुकेंगे. इसके बाद गाड़ागुशैणी, बंजार होकर लगभग 100 किलोमीटर का पैदल सफर कर कुल्लू दशहरा पहुंचेंगे. इस दौरान देवता चार से पांच अलग अलग पड़ावों में रुकेंगे. देवता के कुल्लू दशहरा के लिए आठ दिन पहले निकलने के लिए, कारकूनों और देवलुओं ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
देवता के कारदार शेर सिंह ठाकुर और मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कुमार दत्त शर्मा ने कहा कि, 'देवता खुडीजल के लिए मंडी जिले के खौली के साथ लगते नेहरा गांव में एक देउली का आयोजन किया है. भक्त की ओर से कई महीनों से देवता को अपने घर में आने के लिए बुलावा भेजा जा रहा है. ऐसे में सभी कारकूनों और हारियानों से मंत्रणा कर दशहरा के लिए देवता इसी रास्ते से ले जाने का निर्णय लिया है, हालांकि देवता जलोड़ी दर्रा होकर दशहरा के लिए आते हैं. कुल्लू दशहरा के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. पांच अक्तूबर को दोपहर देवता कुल्लू दशहरा के लिए रवाना होंगे. देवता का रथ 12 अक्तूबर को ढालपुर में अपने अस्थायी शिविर में पहुंचेगा.'