विकासनगर: सिमोग मंदिर से तीन देव डोलिया सहिया पहुंचीं. यहां पर श्रद्धालुओं ने देव दर्शन कर सुख समृद्धि की कामना की. इस दौरान देव दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. शुक्रवार को देव डोलियों ने विराटखाई में रात्रि विश्राम किया. शनिवार सुबह देव डोलियां आगे प्रस्थान करेंगी.
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल, बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल के परिजनों द्वारा कई वर्षों पूर्व मनौती मांगी गई थी. मनौती पूरी होने पर सिमोग मंदिर से एक रात प्रवास पर पूजा अर्चना के लिए चूड़ेश्वर, शिलगुर, बिजट महाराज की तीन देव डोलियां अपने पैतृक क्यारी गांव ले जा रहे हैं. गुरुवार को रामशरण नौटियाल सहित ग्रामीण देव डोलियों को लेने देव स्थान सिमोग गांव पहुंचे थे. शुक्रवार को मंदिर के गर्भ गृह से पूजा अर्चना कर विधिपूर्वक तीनों देव डोलियों को बाहर निकाला गया.
इसके बाद सैकड़ों की संख्या में देव डोलियों की धार्मिक यात्रा क्यारी गांव के लिए पैदल रवाना हुई. सहिया पंहुचने पर देव डोलियों पर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा की. देव दर्शन के लिए तीनों देव डोलियों को एक निश्चित स्थान पर रखा गया. श्रद्धालुओं ने चूड़ेश्वर, शिलगुर और बिजट देवता के दर्शन कर क्षेत्र, प्रदेश की खुशहाली की कामना की. इसके बाद तीनों देव डोलियां की यात्रा सहिया से आगे की और चली. हजारों की संख्या मे पहुंचे श्रद्धालुओं द्वारा तीनों देवताओं के जयकारे लगाए गए. जयकारों के उद्घोष से संपूर्ण वातावरण गुंजायमान हो उठा. शुक्रवार को यात्रा ने विराटखाई में रात्रि विश्राम किया. आज सुबह विराटखाई से नागथात होते हुए बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल के पैतृक गांव क्यारी में पहुंचेगी.
देवता के कार सेवक शिवचंद शर्मा ने बताया कि रामशरण नौटियाल की मनौती थी और उनकी मनौती पूरी हुई है. एक दिन के पूजन के लिए देव डोलियों को क्यारी गांव ले जा रहे हैं. तीन देव डोलियां साथ हैं. चूड़ेश्वर महाराज, शिलगुर महाराज, बिजट महाराज और यह हर्ष का विषय है. देवता द्वारा मनौती पूरी करने से क्षेत्र की खुशहाली होती है. हम सब लोग भी आनंदित हैं. महाराज से भी प्रार्थना करते हैं कि सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करें.
शिवचंद शर्मा ने बताया कि यह पैदल मार्ग करीब 30 से 35 किलोमीटर लंबा है. शुनिवार को क्यारी गांव पहुंचेंगे. रविवार को वापस सहिया आएंगे. 27 मई को सिमोग गांव मंदिर पहुंचेंगे. उन्होंने कहा कि रामशरण नौटियाल के 80 साल की उम्र वाले बड़े भाई की मनौती थी. उनकी इच्छा है कि देव डोली हमारे यहां आनी चाहिए. करीब 50 साल के ऊपर का समय और देवता खुश होकर के जा रहे हैं. सभी लोग देवता के प्रति समर्पित हैं.
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