कुल्लू: देशभर में 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ होने जा रहा है. इस दौरान भक्तों द्वारा कलश स्थापना और उपवास रखकर मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए भी पूजा भक्ति की जाएगी. ऐसे में भक्तों को 9 दिन तक कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा. ताकि उन्हें मां दुर्गा का आशीर्वाद मिल सके और मां दुर्गा उनसे नाराज ना हो सके.
आचार्य आशीष शर्मा का कहना है कि अगर भक्त द्वारा अपने घर पर घट स्थापना के साथ-साथ अखंड ज्योति जलाई गई है तो उस घर को अकेला बिल्कुल बना छोड़े और ज्योति को भी बार-बार देखते रहे. ताकि उसमे घी खत्म न हो सके. इसके अलावा मां दुर्गा की दोनों समय आरती और पूजा पाठ करना भी ना भूले.
मां दुर्गा के जिस स्वरूप की जिस दिन पूजा की जाएगी तो इस स्वरूप का भोग भी मां को चढ़ाना आवश्यक है. वरना मां दुर्गा नाराज हो जाएगी. नवरात्रि में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें और सूर्योदय के साथ स्नान कर मां दुर्गा की पूजा शुरू कर दे. नवरात्रि के नौ दिनों तक काले रंग के वस्त्र, चमड़े के जूते, बेल्ट आदि भी धारण न करें. इसके अलावा नवरात्रि में बाल, दाढ़ी और नाखून भी ना काटे.
नवरात्रि के दौरान घर में शांति स्थापित करें और किसी भी प्रकार के लड़ाई झगड़े से परहेज करें. नवरात्रि में तामसिक भोजन प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा का सेवन बिलकुल न करें. इसके अलावा केवल सात्विक चीजों और फलाहार पर ही भक्त ध्यान दें. नवरात्रि में व्रत रखने वालों को 9 दिनों तक बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए और उन्हें जमीन पर ही अपना बिस्तर लगाना चाहिए.
नवरात्रि व्रत के दौरान दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय किसी दूसरे से बात नहीं करनी चाहिए. नहीं तो इससे भी पूजा अधूरी मानी जाती है. इसके अलावा नवरात्रि के दिनों में किसी भी व्यक्ति के प्रति नकारात्मक विचार अपने मन मे ना लाए.
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