मंडी: छोटी काशी मंडी में देव आस्था का महाकुंभ अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का 15 मार्च को विधिवत समापन हो गया है. जिसके बाद से सभी देवी-देवता अपने मूल स्थान को वापस लौट रहे हैं. वहीं, इस बार शिवरात्रि महोत्सव में कुल्लू-मंडी जनपद के आराध्य देव अनंत बालू नाग 144 सालों बाद पधारे थे. इस दौरान प्रशासन द्वारा देव अनंत बालू नाग को पुलिस के कड़े पहरे के बीच रखा गया. शनिवार को मंडी शहर के मां चामुंडा मंदिर में स्थापित अस्थाई शिविर से देव अनंत बालू नाग अपने अगले पड़ाव मौवीसेरी के लिए रवाना हो गए हैं, लेकिन देव अनंत बालू नाग के कारदार और देवलू शिवरात्रि महोत्सव से अपने साथ कुछ खट्टी-मीठी यादें लेकर गए हैं.
मंडी पुलिस के पहरे पर उठाए सवाल
देव अनंत बालू नाग के मौहता बलवीर ठाकुर ने बताया कि शिवरात्रि मेले के समय देव अनंत बालू नाग पर प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा रखी गई. इसमें एसडीआरएफ के 18 पुलिसकर्मी 24 घंटे देवता की निगरानी में साथ रहे. बलवीर ठाकुर ने मंडी पुलिस के इस रवैए पर हैरानी जताते हुए कहा कि देव बालू नाग जब माधोराय जी, देव कमरूनाग और भक्त के घर आतिथ्य स्वीकार करने के लिए गए तो इस दौरान पुलिस का कड़ा पहरा लगाया गया. उन्होंने कहा कि उन्हें समझ नहीं आया कि क्यों उन्हें इतने कड़े पहरे में रखा गया, क्या ये हमसे डरे हुए थे या उन्हें हमारे द्वारा किसी हुड़दंग को लेकर चिंता थी या फिर सच में ये लोग देवता की सेवा में लगाए गए थे.
प्रशासन के रवैये पर कारगारों-देवलुओं में रोष
बलवीर ठाकुर ने बताया कि इस दौरान एएसपी मंडी सागर चंद्र खुद इस सुरक्षा घेरे का नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने बताया कि देव अनंत बालू नाग को मोतीपुर से किसी अन्य स्थान पर जाने के लिए बिल्कुल मनाही थी. इसके अलावा कहीं भी जाने के लिए प्रशासन की परमिशन लेने की भी हिदायत दी गई थी. बलवीर ठाकुर ने कहा कि इस प्रकार की कड़ी सुरक्षा की जरूरत देव अनंत बालू नाग और उनके देवलूओं को नहीं थी. उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन का ये रवैया उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं आया है.
देव अनंत बालू नाग की देववाणी
देव अनंत बालू नाग के मौहता बलबीर ठाकुर ने देववाणी को लेकर बताया कि देव अनंत बालू नाग माधोराय जी की व्यवस्था को लेकर संतुष्ट नहीं हैं. इसकी देववाणी देव अनंत बालू नाग ने माधोराय मंदिर, राजमहल में राजपरिवार और पुजारी के सामने की है. उन्होंने कहा कि देव अनंत बालू नाग का मंडी शिवरात्रि में शामिल होने का मुख्य कारण भी माधोराय जी की व्यवस्था ठीक नहीं होने की जानकारी बाकी सबको देना था, इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन माधोराय जी की व्यवस्था सही से नहीं करता है तो देव अनंत बालू नाग के कारदार और देवलू उनकी व्यवस्था के लिए तैयार हैं.