पटना: बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सियासी पारा को बढ़ा दिया है. रोहिणी आचार्य सारण से लोकसभा की चुनाव लड़ रही हैं. रोहिणी आचार्य अब प्रचार के लिए भी निकल पड़ी हैं. इसको लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है. वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जो लोग बिहार के बेटी का सम्मान नहीं करते हैं. वे लोग ही आज मैदान में वैसे लोगों को उतार दिए हैं.
'रोहणी का जनता कभी साथ नहीं देगी': डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि लालू परिवार कभी भी दूसरे की बेटी का सम्मान नहीं करते हैं. जिस बेटी की शादी हो गई है और वह सिंगापुर में रहती है. उन्होंने कहा कि सिंगापुर में रहने वाले लोगों को जनता कभी भी साथ नहीं देने का काम करेगी. उसे मैदान में उतारने का काम किया है. जनता भी बखूबी जानती है कि सिंगापुर में रहकर वह किस तरह की जनता की सेवा कर सकती है.
"लालू यादव का परिवार बिहार की बेटी का सम्मान नहीं करते हैं. जिस बेटी की शादी हो चुकी है और वह सिंगापुर की बहू बन गई. लालू प्रसाद ने उसे मैदान में उतार दिया है. ये बिहार की जनता तय करे कि जो सही में बिहारी है. उसके साथ चलेगी या फिर उसके साथ जो सिंगापुर में जाकर वहां के लोगों की सेवा कर रही है." - विजय सिन्हा, डिप्टी सीएम
40 की 40 सीट पर NDA का होगा कब्जा: उन्होंने दावा किया कि बिहार के 40 में से 40 सीट एनडीए गठबंधन के खाते में जाएगी. चार अप्रैल को जमुई से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव 2024 का शंखनाद करेंगे. बिहार के जनता का पूरा साथ उन्हें मिलेगा. पीएम के आगमन को लेकर लोगों में उत्साह है.
निर्णय स्वीकार करने वाला ही सच्चा सिपाही: पूर्व सांसद अजय निषाद और छेदी पासवान दूसरे दल में चले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी का जो निर्णय होता है. उस निर्णय का हम लोग हमेशा साथ दिए हैं. जो लोग पार्टी के निर्णय को नहीं मान रहे हैं. दूसरे दल में चले गए हैं. उसके लिए हम क्या करेंगे, लेकिन उन लोगों को इतना याद रखना चाहिए कि पार्टी में उनके लिए बहुत कुछ किया है. आज वह क्या कर रहे हैं, क्या नहीं यह विषय नहीं है, लेकिन विषय इतना है कि पार्टी का जो निर्णय होता है उसे स्वीकार करने वाला ही पार्टी का सच्चा सिपाही होता है.
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