पटना: बिहार में अवैध खनन पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए पुलिस के साथ-साथ अब खान एवं भूतत्व विभाग ने भी बड़ा कदम उठाया है. शुक्रवार को खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का उद्घाटन किया है. इस कमांड सेंटर के जरिए बिहार के सभी बालू घाटों पर ऑनलाइन और ऑफलाइन निगरानी की जाएगी.
बिहार में 800 से ज्यादा बालू घाट: इस संबंध में मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार में 800 से ज्यादा बालू के घाट हैं. उसपर निगरानी रखने के लिए अब पटना में टीम रखी जाएगी. यह टीम पटना से ही बालू माफिया पर नकेल कसेगी. उन्होंने कहा कि राज्य के कई बालू घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. यह कैमरे ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में काम करते है.
24 घंटे मॉनिटरिंग की जाएगी: ऐसे में निश्चित तौर पर इसके जरिए बालू घाट पर अवैध खनन पर लगाम लगाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि जिला खनन पदाधिकारी को इसको लेकर आवश्यक निर्देश भी दे दिया गया है. पटना स्थित विभाग के कार्यालय से 24 घंटे इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी.
326 बालू घाटों पर बंदोबस्त: मंत्री ने कहा कि इससे पहले बालू खनन से सरकार को कम राजस्व मिलता था. लेकिन इस बार वैसे 326 बालू घाटों का भी हम लोगों ने बंदोबस्ती कर दिया है जिस बालू घाट पर पहले कोई व्यवस्था नहीं थी. निश्चित तौर पर इससे राज्य सरकार की राजस्व भी बढ़ेगी. बालू माफिया पर नकेल कसने के लिए इस तरह का इंतजाम किया गया है. जिला में जितने भी विभागीय अधिकारी हैं उन्हें बालू घाटों पर 24 घंटे नजर रखने के लिए कहा गया है.
15 जून से लेकर 30 सितंबर तक रोक: आपको बता दें कि बरसात के महीने में बालू घाटों पर बालू खनन बंद रहता है. अमूमन 15 जून से लेकर 30 सितंबर तक बालू घाट पर खनन नहीं होता है. लेकिन पिछले साल भी ऐसा देखा गया था कि इस दौरान भी बालू माफिया अवैध रूप से बालू का उत्खनन करते हैं. ऐसे में अब देखना यह है कि विभाग द्वारा जो कमांड एवं कंट्रोल सेंटर बनाया गया है उस से सरकार बालू माफिया पर कितना नकेल कस पाती है.
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