ऊना: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा उपचुनाव को लेकर चल रही राजनीतिक गतिविधियों में उपमुख्यमंत्री ने भी अपनी बयानबाजी से तड़का लगा दिया है. रविवार को ऊना जिला मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा उपचुनाव में भाजपा द्वारा उतारे गए सभी 6 प्रत्याशियों को जल्दबाजी का नतीजा करार दिया. भाजपा कैडर की नाराजगी के चलते यह फैसला भाजपा के ही गले की फांस बन चुका है. इसके अलावा डिप्टी सीएम ने ओपीएस और महिलाओं को कांग्रेस द्वारा हर महीने 1500 रुपए देने की घोषणा पर भाजपा के स्टैंड को गलत करार दिया.
'फ्लॉप साबित हुए BJP के प्रत्याशी'
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में फरवरी महीने के अंत में शुरू हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद भाजपा ने विधानसभा उपचुनाव के लिए जल्दबाजी में कांग्रेस के पूर्व विधायकों को अपना प्रत्याशी तो बना लिया, लेकिन अब यह फैसला उनके गले की फांस बन चुका है. भाजपा के सभी प्रत्याशी चाहे वह लोकसभा चुनाव के लिए हो या फिर विधानसभा उपचुनाव के लिए हो पूरी तरह से फ्लॉप साबित हो रहे हैं. यह प्रत्याशी कहीं पर भी भीड़ नहीं जुटा पा रहे हैं.
'प्रत्याशी बदलने पर विचार कर रही BJP'
डिप्टी सीएम ने कहा कि दूसरी और भाजपा का अपना ही कैडर इन प्रत्याशियों को लेकर पार्टी से खासा नाराज चल रहा है. इसका नतीजा यह है कि अब भाजपा अपने प्रत्याशियों को बदलने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अभी तक केवल मात्र मंडी और शिमला संसदीय क्षेत्र में अपने दो प्रत्याशी घोषित किए हैं और दोनों ही प्रत्याशी सुपरहिट साबित हुए हैं. लोकसभा के अन्य दो प्रत्याशियों के साथ-साथ विधानसभा उपचुनाव के लिए सभी प्रत्याशियों का कांग्रेस द्वारा सोच विचार करने के बाद ऐलान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में चल रही राजनीतिक उधर-पुथल के बीच प्रदेश की समस्त जनता कांग्रेस के साथ आकर खड़ी है.
'OPS और महिलाओं को ₹1500 गारंटी पर गलत स्टैंड'
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन योजना और महिलाओं को हर महीने 1500 देने की कांग्रेस गारंटी पर भाजपा ने बेहद गलत स्टैंड ले लिया है. आने वाले लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा को इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जब प्रदेश के कर्मचारी भाजपा सरकार से पुरानी पेंशन योजना की मांग कर रहे थे तो उस वक्त जयराम ठाकुर ने शीर्ष नेतृत्व का हवाला देकर उनकी मांग को ठुकरा दिया. जबकि दूसरी तरफ जब प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने की योजना की शुरुआत की तो भाजपा ने इसे रुकवाने के लिए भी एड़ी चोटी का जोर लगा डाला, लेकिन अब कर्मचारियों के साथ-साथ महिला शक्ति भी भाजपा के मंसूबों को अच्छी तरह से समझ चुकी है. जिसका जवाब प्रदेश की जनता 1 जून को होने वाले मतदान में भाजपा को देगी.
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