जयपुरः 16वीं विधानसभा के बजट पर सामान्य वाद विवाद का मंगलवार को अंतिम दिन था. विपक्ष की ओर से बजट को लेकर उठाए गए सवालों पर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने बतौर वित्त मंत्री के तौर पर रिप्लाई दिया. बजट पर रिप्लाई करते हुए दीया कुमारी ने विपक्ष को जमकर तंज कसे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को कर्ज में डुबो कर घी पीने का काम किया. प्रदेश की जनता कोरोना से जूझ रही थी और सरकार पांच सितारा होटलों में बंद थी. इसके साथ दीया कुमारी ने दावा किया बजट में की गई घोषणा इसी साल में पूरी होगी. ये बजट 2047 के विकसित राजस्थान का बजट है, योजनाओं का लाभ इसी वर्ष में मिलेगा.
बजट घोषणा इसी साल पूरी होगी : सदन में बजट पर जवाब दे रहीं वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कहा कि इस अभूतपूर्व बजट का जनता ने खुले दिल से स्वागत किया है. विपक्ष के सदस्यों का भी धन्यवाद, जिन्होंने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बजट की प्रशंसा की. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली पर तंज कस्ते हुए उन्होंने कहा कि ये सुझाव अपनी सरकार को दिए होते तो ज्यादा अच्छा रहता. बजट धरातल पर कैसे आएगा विपक्ष के सदस्यों ने चिंता जाहिर की, लेकिन आपने सही कहा आपकी सरकार में धरातल पर नहीं आया बजट. आपकी सरकार में वित्तीय प्रबंधन नहीं था, इसलिए प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ दिया.
उन्होंने कहा कि हमारी डबल इंजन की सरकार है, शिलान्यास भी हम करेंगे और उद्घाटन भी हम ही करेंगे. सुझावों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश को ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास करेंगे. कुछ सदस्यों ने सवाल उठाया कि केंद्र के बजट से पहले प्रदेश का बजट क्यों आए, लेकिन उन्हें जानकारी होनी चाहिए कि संविधान के अनुसरण पर हमने बजट पेश किया. उन्होंने कहा कि रोहित बोहरा को शायद सांसद बनना था, इसलिए केंद्र पर कमेंट करते रहे. हमारी सरकार ने कांग्रेस सरकार की तरह चुनावी बजट पेश नहीं किया. कांग्रेस राजनीति से प्रेरित होकर लोक लुभावनी घोषणाएं करती थी. हमारा बजट विकसित राजस्थान का बजट है.
कांग्रेस पर निशाना : दीया कुमारी ने विपक्ष पर तंज कस्ते हुए कहा कि प्रदेश जब कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा था तब कांग्रेस होटलों में बंद थी. अपनी राजनितिक महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रदेश को अपने हाल पर छोड़ दिया. जनता की गाढ़ी कमाई का उपयोग पांच सितारा होटल खर्च में किया जा रहा था. कांग्रेस सरकार में न कोई सुनने वाला था न मानने वाला था. कांग्रेस सरकार में रेवड़िया कल्चर इस कदर चला कि प्रदेश को कर्ज के बोझ तले दबा दिया. कांग्रेस कर्ज लेकर घी पीती रही. कांग्रेस सरकार को बचाने की मजबूरी थी. उस सरकार में सीएम और डिप्टी सीएम के बीच संवादहीनता थी, जिसके चलते डिप्टी सीएम को मंत्रिमंडल छोड़ना पड़ा. जल जीवन मिशन जैसी योजना को कांग्रेस सरकार ने धरातल पर नहीं उतरने दिया और सदन में पानी की बात करते हैं. हमारी सरकार ने अल्प कालीन समय में पानी को लेकर कई बड़े कीर्तिमान पूरे कर दिए हैं.