लखनऊ: यूपी के मेडिकल संस्थान में रोगियों को अत्याधुनिक इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार ने अहम कदम उठाया है. संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के नौ विभागों को 4816 लाख के बजट की संजीवनी दी गई है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया, कि एसजीपीजीआई के एनेस्थेसियोलॉजी विभाग के लिए 150 लाख , कार्डियोलॉजी विभाग के लिए 900 लाख, सीसीएम विभाग के लिए 867.10 लाख, एण्डोक्राइन सर्जरी विभाग के लिए 748.90 लाख, गैस्ट्रोएन्ट्रोलॉजी विभाग के लिए 232 लाख, न्यूरोलॉजी विभाग के लिए 600 लाख, न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग के लिए 700 लाख, पैथोलॉजी विभाग के लिए 250 लाख रुपए, रेडियोडायग्नोसिस विभाग के लिए 150 लाख रुपए, कम्प्यूटर, प्रिंटर, टीवी, फ्रिज, प्रोजेक्टर और सीसीटीवी हेतु 180 लाख, एवं हॉस्पिटल सर्विस हेतु 38 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है.
उपकरण और फर्नीचर होंगे स्थापित: उप मुख्यमंत्री ने बताया, कि राजकीय मेडिकल कॉलेज, आगरा में उपकरण और फर्नीचर स्थापना हेतु 500 लाख, राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूं हेतु 300 लाख, राजकीय मेडिकल कॉलेज, कन्नौज हेतु 200 लाख एवं राजकीय मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज में उपकरणों और साज-सज्जा हेतु 1002.54 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है.
वहीं, लखनऊ के सात, अयोध्या का एक, वाराणसी के छह एवं गोरखपुर के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विभिन्न निर्माण और नवीनीकरण हेतु 326.66 लाख अवमुक्त किए गए हैं.संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के नौ विभागों को 4816 लाख के बजट की संजीवनी दी गई है. इस बजट से आधुनिक उपकरण स्थापित होंगे. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की दशा भी सुधारी जायेगी.